मेरा सबसे पहला एक ही मानना है की किसी व्यक्ति का जीवन जो है कोई एक चीज बदल सकती है है ना बदलने के लिए एक क्षण एक शब्द एक पंक्ति एक लाइन जो है वो पर्याप्त है ये जो उम्र है ये है सबसे ज्यादा भटकाव की ठीक है ये है सबसे ज्यादा भटकाऊ की इस समय एनर्जी भयंकर होती है इस समय समय भयंकर होता है लेकिन इस समय मनी नहीं होती है ठीक है और इस समय भटगांव सबसे ज्यादा होता है आप जरा में टारगेट कुछ और करने का सोचते हो जरा मैं आपके मन में आता है की मैं कुछ और कर लूं क्या बिजनेस चालू कर लूं क्या प्राइवेट जॉब कर लूं क्या है ना या एमपीपीएससी की तैयारी कर रहे हैं तो यूपीएससी की कर लूं क्या यूपीएससी की कोई कर रहा है तो वह सोच रहा है स्टेट लेवल की कर लूं क्या पुलिस की तैयारी करते-करते मन हो रहा है
एसएससी की तैयारी कर ले क्या वाला सोच रहा है मैं पुलिस में चले जाऊं पुलिस वाला सोच रहा है बैंक में चले जाओ एसएससी वाला सोच रहा है पीएससी में चले जाओ भयंकर भटकाव आपके दिमाग में होता है और सबसे ज्यादा भटकाव का सबसे बड़ा कारण है सोशल मीडिया ठीक है एक चीज आप ध्यान रखिए की मुझे आप कोई एक चीज ऐसी बता दो जो जिसमें सक्सेस ना हो चाहे वो बिजनेस हो चाहे वो जॉब हो चाहे वो गवर्नमेंट जॉब हो चाहे प्राइवेट जॉब हो कोई एक चीज मुझे बता दो जिसमें सक्सेस ना मिली हो किसी इंसान को है ना जैसे हमने देखा एमबीए चाय वाला फिर एक चाय सुत्त बार काफी चल रहा है आजकल ये चाय के मामले में इन दो का नाम चल रहा है
यह 100 करोड़ की कंपनी बन चुके हैं आपने कभी सोचा था की कोई चाय बेचने वाला 100 करोड़ की कंपनी बना सकता है तो कौन बोलता है चाय बेचना बेकार है बताओ इंदौर में एक पैन की दुकान है एक नहीं दो तीन दुकान हैं जिनका साल भर का जो धंधा होता होगा बिजनेस होता होगा वो 70-80 करोड़ का उनका व्यापार है केवल बेच के वह इतना कमाते हैं तो कौन बोलता है बिजनेस बेकार है समझ आ रही बात मैं आपको पैसे से कनेक्ट नहीं कर रहा हूं है ना आप पैसे में मत जाना पैसा कामना है तो आप सरकारी नौकरी में कभी बहुत अच्छी आप लग्जरी लाइफ नहीं जी सकते हो ना आप सोचोगे सरकारी नौकरी करते करते मेरे पास जो है 10-15 करोड़ की जो है मर्सिडीज़ बीएमडब्ल्यू रोल्स रॉयल सो ये सरकारी नौकरी में नहीं हो सकता है उसके लिए तो आपको बिजनेस में ही उतरना पड़ेगा लेकिन आप सरकारी नौकरी में बहुत व्यवस्थित बहुत अच्छा जीवन आप बिता सकते हैं लेकिन फिलहाल हटते हैं
देखिए पैसा सब कुछ नहीं होता है ना हम पैसे के मामले में बात नहीं कर रहे हैं हम बात कर रहे हैं एक ख्याति की हम बात कर रहे हैं एक नाम की है ना कई लोग बोल रहे हैं किसान किसान भी कई लोग हैं आप कई जगह देखिए किसान जो है करोड़पति हैं कोई भी चीज बेकार नहीं होती है प्राइवेट जॉब के पे आते हैं प्राइवेट जॉब बेकार है क्या प्राइवेट जॉब भी बेकार नहीं है है ना जो गूगल का जो मलिक है मलिक तो नहीं बोलेंगे हम उसको गूगल के जो ceo है
सुंदर पिचाई उन्हें लगभग आपको शायद पता हो तो उन्हें 700/800 करोड़ की सैलरी मिलती है अब कौन बोलता है प्राइवेट जॉब बेकार है ठीक है गवर्नमेंट जॉब भी अपनी जगह है हर फील्ड अपने आप में अच्छी है लेकिन एक चीज आपको समझनी पड़ेगी मेहनत हर जगह है कठिन परिश्रम हर जगह है धैर्य हर जगह रखना पड़ता है उतार चढ़ाव हर जगह आते हैं ठीक है ये कुछ ऐसी चीज हैं जो कॉमन है जो आपको हर जगह फेस करनी पड़ेगी लेकिन बोला जाता है की दूसरे की थाली में ज्यादा घी दिखता है गवर्नमेंट जॉब वाला सोचता है प्राइवेट में चले जाऊं तो मजा है है ना प्राइवेट जॉब वाला सोचता है
बिजनेस कर लूं तो मजा है बिजनेस वाला सोचता है की जॉब कर लूं तो अच्छा यार एक महीने की फिक्स इनकम मिले बिजनेस के अपने नुकसान और फायदे हैं किसी महीने आपने मैन लीजिए एक लाख कम लिया किसी महीने आपको 2 लाख का नुकसान हो गया कोई भी चीज ऐसी नहीं है जिसमें रिस्क ना हो कोई भी चीज ऐसी नहीं है जिसमें मेहनत ना हो एक और बहुत महत्वपूर्ण शब्द मैंने यहां लिखना नहीं लिखा है और वो है रिस्क ठीक
तो एक बात आप समझिए की आपने अगर कोई एक लक्ष्य समय परिस्थिति को देखते हुए अगर आपने कोई एक लक्ष्य जो है निर्धारित कर लिया तो उसे पर बने रहिए उसे पे टीके रहिए अगर सक्सेसफुल होना है