अच्छा एक बात बताइए आप भी उन लोगों में से हैं जो स्टॉक मार्केट से फायदे तो लेना चाहते हैं लेकिन क्लियर समझ नहीं पाते हैं कि स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट की शुरुआत कैसे की जाती है और किन बातों को ध्यान में रखते हुए इस मार्केट में कदम रखा जाना चाहिए तो आपकी इस उलझन को आज हम सुलझा ही देते हैं गवर्नमेंट सर्विस पर इस पोस्ट के जरिए जो आपको बताएगा कि स्टॉक मार्केट में आपको प्रॉफिट्स कैसे मिल सकते हैं और कौन से 10 इंपॉर्टेंट और इफेक्टिव पॉइंट्स को कंसीडर करके स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट शुरू कर सकते हैं तो यह सब जानने के लिए आप इस पोस्ट को लास्ट तक जरूर देखें
तो चलिए शुरू करते हैं और सबसे पहले स्टॉक मार्केट के बारे में थोड़ा जान लेते हैं ताकि इसे समझना ज्यादा आसान हो सके तो स्टॉक मार्केट एक ऐसी जगह है जहां पर कंपनीज अपने शेयर्स बेचती हैं और लोग उन्हें खरीदते हैं अपने बिजनेस को एक्सपेंड करने के लिए कंपनीज को पैसा चाहिए होता है जिसके लिए वह अपनी कंपनी के स्टॉक्स के रूप में कंपनी की कुछ हिस्सेदारी पब्लिक के बीच बांट है जिसके पास जितने ज्यादा स्टॉक्स उसके पास उतनी ज्यादा हिस्सेदारी
ऐसा करके कंपनी को बिजनेस के लिए पैसा मिल जाता है और पब्लिक को कंपनी में हिस्सेदारी जैसे-जैसे कंपनी ग्रो करती है उसके स्टॉक्स का प्राइस बढ़ता जाता है जिससे स्टॉक होल्डर इन्वेस्टर्स को भी प्रॉफिट होता है वहीं कंपनी के लॉस के साथ स्टॉक होल्डर्स को भी लॉस हो सकता है इस तरह स्टॉक से एक कंपनी और एक स्टॉक होल्डर पर्सन को कनेक्ट करते हैं
कंपनी के शेयर्स को लिस्ट करने और इन्वेस्टर्स को ट्रेडिंग प्लेटफार्म प्रोवाइड कराने का काम स्टॉक एक्सचेंज करते हैं जहां पर स्टॉक्स खरीदे और बेचे जाते हैं यानी ट्रेडिंग होती है इंडिया में मेन स्टॉक एक्सचेंज बीएसई यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और एनएसई यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज है स्टॉक्स वैसे बहुत तरह के होते हैं लेकिन मेनली दो तरह के स्टॉक्स होते हैं इक्विटी स्टॉक्स और प्रेफरेंस स्टॉक्स इक्विटी स्टॉक्स सबसे कॉमन स्टॉक्स होते हैं जो कंपनी में ओनरशिप को रिप्रेजेंट करते हैं वहीं प्रेफरेंस स्टॉक्स स्टॉक की बजाय एक बॉन्ड से ज्यादा मिलते जुलते हैं
आपको बता दें कि बॉन्ड किसी कंपनी या गवर्नमेंट को पैसे उधार देने जैसा है जिसमें रेगुलर इंटरेस्ट आपको मिलता रहता है और बॉन्ड के मच्योर होने पर ओरिजिनल मनी भी आपको वापस मिल जाती है इसमें फिक्स्ड डिविडेंड मिलता है
जबकि स्टॉक्स में डिविडेंड मिलने की गारंटी नहीं होती स्टॉक्स में हाई रिटर्न्स और हाई रिस्क रहता है तो बंड्स में लोअर रिटर्न्स और लोअर रिस्क रहता है डिविडेंड्स अपने स्टॉक होल्डर्स के लिए कंपनी के द्वारा दिया जाने वाला रिवर्ड होता है जो कैश की फॉर्म में भी हो सकता है और एक्स्ट्रा शेयर्स की फॉर्म में भी हो सकता है अगर आप स्टॉक्स और शेयर्स में कंफ्यूज हैं तो ये जान लीजिए कि अगर स्टॉक एक पूरा पिज़्ज़ा है तो शेयर उस पिज़्ज़ा का एक स्लाइस है
यानी अगर आपके पास एक कंपनी के 100 शेयर हैं तो आपने उस कंपनी के स्टॉक का एक हिस्सा खरीदा है आई होप अब आप समझ गए होंगे लेकिन बहुत बार बहुत से इन्वेस्टर्स ये नहीं समझ पाते हैं कि स्टॉक मार्केट में रिस्क फैक्टर्स बहुत हाई होते हैं ऐसे इन्वेस्टर्स स्टॉक मार्केट की चका चौद में गुम हो जाते हैं मार्केट रिस्क को इग्नोर कर देते हैं अपनी सारी सेविंग्स इसमें इन्वेस्ट कर देते हैं और बिना स्ट्रेटेजी और रिस्क मैनेजमेंट के किया गया ऐसा इन्वेस्टमेंट उनके लिए लॉस का रीजन बन जाता है तो अगर आप ऐसा नहीं चाहते हैं तो सोच समझकर सही एक्शन लेने के लिए तैयार रहिए क्योंकि स्टॉक मार्केट पेशेंस नॉलेज रिसर्च और स्ट्रेटेजी का मार्केट है और स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट शुरू करने के लिए आपको जिन पॉइंट्स को कंसीडर करना होगा वह यह है
नंबर एक सबसे पहले रिसर्च जरूरी है
स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करने से पहले आपको स्टॉक मार्केट को अच्छे तरीके से समझना होगा और जिन कंपनीज और सेक्टर्स में आप इन्वेस्ट करने का सोच रहे हैं उनके बारे में प्रॉपर रिसर्च करनी होगी इसके लिए आप कंपनीज और सेक्टर्स की फाइनेंशियल रिपोर्ट्स और इंडस्ट्री ट्रेंड्स को ट्रैक कर सकते हैं और इस तरह रिसर्च करने से आपके इन्वेस्टमेंट के डिसीजंस इंप्रूव हो सकते हैं जो आपको बेटर रिजल्ट दिला सकते हैं इसलिए जल्दबाजी नहीं रिसर्च करके ही इन्वेस्ट करें
नंबर दो इन्वेस्टमेंट प्लान तैयार करें
स्टॉक मार्केट को समझने के साथ-साथ अपने इन्वेस्टमेंट प्लान को तैयार करना भी काफी जरूरी है जिसके लिए कुछ ऐसे सवालों के क्लियर आंसर्स आपके खुद के पास होने जरूरी है जैसे कि आपको शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट करना है या लॉन्ग टर्म क्या आपको रिटायरमेंट के लिए इन्वेस्टमेंट करना है या बच्चों की पढ़ाई के लिए आप कितना रिटर्न चाहते हैं आपकी रिस्क टॉलरेंस कितनी है यानी आप हाई रिस्क और हाई रिटर्न्स को प्रेफर करेंगे या लो रिस्क और लो रिटर्न्स को आप कितना पैसा इन्वेस्ट कर सकते हैं और क्या आप एसआईपी की फॉर्म में इन्वेस्ट करेंगे या लसम इन्वेस्टमेंट को प्रेफर करेंगे आपको बता दें कि एसआईपी यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में हर महीने आप एक फिक्स स्मॉल अमाउंट इन्वेस्ट कर सकते हैं जबकि लसम में आप एक साथ एक लार्ज अमाउंट को इन्वेस्ट कर सकते हैं ऐसे सभी जरूरी सवालों के क्लियर आंसर फाइंड आउट कीजिए और उसके अकॉर्डिंग सूटेबल कंपनी सेक्टर्स और स्टॉक्स को चूज करें
नंबर तीन डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करें
स्टॉक मार्केट इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी बनाने के बाद बारी आएगी इन्वेस्टमेंट के लिए एक्शन लेने की जिसके लिए आपको डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करवाने होंगे डीमेट अकाउंट ऐसा इलेक्ट्रॉनिक अकाउंट होता है जहां पर एक इन्वेस्टर के स्टॉक्स स्टोर रहते हैं और यह एक इलेक्ट्रॉनिक लॉकर की तरह काम करता है वहीं ट्रेडिंग अकाउंट ऐसा अकाउंट है जिससे स्टॉक्स की ट्रेडिंग यानी खरीदी और बिक की जाती है तो स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट के लिए दोनों अकाउंट होना जरूरी है क्योंकि एक इन्वेस्टर के तौर पर आप जब स्टॉक्स को खरीदेंगे तो वह ट्रेडिंग अकाउंट से खरीदे जाएंगे और फिर आपकी डीमेट अकाउंट में जमा हो जाएंगे इसी तरह जब आप स्टॉक्स को बेचेंगे तो वह आपके डीमेट अकाउंट से निकलकर ट्रेडिंग अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएंगे जहां से आप उन्हें बेच सकेंगे इस प्रोसेस में आपको केवाईसी प्रोसेस भी कंप्लीट करना होगा जो आपके इन्वेस्टमेंट की सिक्योरिटी के लिए जरूरी है है
नंबर चार स्टॉक्स डाइवर्सिटी को अप्लाई करें
अकाउंट्स ओपन होने के बाद आप अपना इन्वेस्टमेंट शुरू कर सकते हैं और उसे इफेक्टिव बनाने के लिए आपको डायवर्सिफिकेशन की इंपॉर्टेंस को समझना होगा इसका मतलब होता है अपने इन्वेस्टमेंट अमाउंट को एक ही कंपनी और सेक्टर में लगाने की बजाय अलग-अलग कंपनीज और सेक्टर्स में लगाना ऐसा करने से रिस्क कम हो सकता है और प्रॉफिट बैलेंस हो सकता है इसलिए आप आईटी फार्मा ऑटो बैंकिंग जैसे डिफरेंट सेक्टर्स में इन्वेस्ट कीजिए ताकि एक सेक्टर में आई गिरावट आपके इन्वेस्टमेंट को ज्यादा अफेक्ट ना कर सके आप अपने इन्वेस्टमेंट को लार्ज कैप मिड कैप और स्मॉल कैप स्टॉक्स में इन्वेस्ट करिए ना कि एक ही तरह के स्टॉक्स में आपको बता दें कि लार्ज कैप कंपनीज यानी बड़ी स्टब्ड कंपनीज और स्मॉल कैप कंपनीज यानी स्मॉल न्यू कंपनीज इसी तरह आप रिस्क कम करने के लिए केवल स्टॉक्स में इन्वेस्ट ना करके स्टॉक्स के साथ-साथ म्यूचुअल फंड्स और बॉन्ड्स में भी इन्वेस्ट कर सकते हैं
नंबर पांच लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट पर फोकस करें
स्टॉक मार्केट में लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट अच्छा डिसीजन माना जाता है क्योंकि इससे मिलने वाले रिटर्न्स काफी हाई हो सकते हैं मार्केट के उतार चढ़ाव से आपका इन्वेस्टमेंट बहुत ही कम अफेक्ट हो सकता है और फाइनेंशियल गोल्स को भी इजली अचीव किया जा सकता है इसलिए ढेर सारे बेनिफिट्स लेने के लिए लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट को प्रेफर करें
नंबर छह सही एडवाइस ही फॉलो करें
दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलने वाली रैंडम फाइनेंशियल टिप्स को ब्लाइंड फॉलो करने से आपको बचना होगा क्योंकि आप इस फील्ड में नए हैं इसलिए आपको ऑथेंटिक सोर्सेस से ही सही जानकारी लेने पर ही फोकस करना चाहिए इसके लिए आप फाइनेंशियल एडवाइजर से गाइडेंस ले सकते हैं किताबें ब्रोकरेज फॉर्म्स ऑनलाइन फोरम्स फाइनेंशियल ब्लॉग्स वेबसाइट्स और वैल्युएबल और ऑथेंटिक फाइनेंशियल एडवाइस पा सके
नंबर सात स्मॉल इन्वेस्टमेंट से शुरू करें
स्टॉक मार्केट अभी आपके लिए नया है इसलिए स्मॉल इन्वेस्टमेंट से स्टार्ट करना आपके लिए फेवरेबल और सेफ रहेगा क्योंकि इससे ज्यादा लॉस का रिस्क नहीं रहेगा टाइम के साथ आप एक्सपीरियंस गेन करते जाएंगे जिससे आपका कॉन्फिडेंस बिल्ड होगा और इन्वेस्टमेंट डिसीजंस भी काफी बेहतर होते जाएंगे और कुछ वक्त के बाद आप ऐसे लार्ज इन्वेस्टमेंट करने के लिए तैयार हो पाएंगे जिनमें रिस्क कम और प्रॉफिट ज्यादा हो इसलिए आप स्मॉल इन्वेस्टमेंट से ही शुरुआत करें जिसके लिए आप एसआईपी स्मॉल क्वांटिटी में स्टॉक्स की खरीदी और ईटीएफ यानी एक्सचेंज ट्रेड्स फंड्स जैसे ऑप्शंस को चूज कर सकते हैं
नंबर आठ अपने इन्वेस्टमेंट को मॉनिटर करते रहिए
स्टॉक्स में इन्वेस्ट करके आप फ्री नहीं हो सकते आपको इसे मॉनिटर भी करते रहना होगा ताकि आप मार्केट कंडीशंस के अकॉर्डिंग अपनी स्ट्रेटेजी एडजस्ट कर सके रिस्क को मैनेज कर सके और अपने इन्वेस्टमेंट को प्रोटेक्ट कर कर सके इसके लिए आपको महीने में कम से कम एक बार अपनी इन्वेस्टमेंट को मॉनिटर करना ही चाहिए साथ ही मार्केट ट्रेंड्स पर भी नजर रखनी चाहिए और न्यूज़ अपडेट्स फीस और टैक्स रिलेटेड इंफॉर्मेशन का भी ध्यान रखना चाहिए फाइनेंशियल न्यूज़ वेबसाइट्स और ब्रोकरेज प्लेटफार्म से आपको यह जानकारियां आसानी से मिल सकती है
नंबर नौ पेशेंस की पावर को अपनाए
इन्वेस्टिंग में सबसे इफेक्टिव और इंपॉर्टेंट टूल पेशेंस ही होता है और जो इस बात को समझ लेता है उसे लॉस और रिस्क को मै करना आ जाता है और जो पेशेंट्स को इग्नोर करके इंपल्सिव डिसीजंस लेते हैं वह भारी नुकसान में डूब भी सकते हैं स्टॉक मार्केट बहुत ही वोलेटाइल होता है यानी परिवर्तनशील होता है जिसमें बहुत तेजी से उतार चढ़ाव होते रहते हैं खासकर शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में इसलिए आप मार्केट में शॉर्ट टर्म मूवमेंट से अफेक्ट मत होइए इस वॉलेट के अकॉर्डिंग स्टॉक्स की ट्रेडिंग करने से बचिए और पेशेंस के साथ लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट को ग्रो होने दीजिए और आखिर में है
नंबर 10 पर लर्निंग करते रहिए
स्टॉक मार्केट में कुछ सक्सेसफुल इन्वेस्टमेंट के बाद यह समझने की भूल बिल्कुल मत कीजिए कि आप इस मार्केट के एक्सपर्ट बन गए हैं और अब इस मार्केट के मूवमेंट्स को आप अच्छी तरीके से समझते हैं और इसलिए आपको कुछ नया सीखने की जरूरत नहीं है क्योंकि आपकी सबसे बड़ी भूल हो सकती है स्टॉक मार्केट में अगर सफल होना है तो फेलियर के लिए तैयार रहना भी जरूरी है और पेशेंस के साथ लर्निंग भी जरूरी है मार्केट ट्रेंड्स इकोनॉमिक इंडिकेटर और तेजी से इवॉल्व होती टेक्नोलॉजी से सीखिए ताकि आप अपडेट कॉन्फिडेंट और इफॉर्म बने रह सके और सही इन्वेस्टमेंट के डिसीजन ले सके और इस तरह इन 10 पॉइंट्स के जरिए आपने स्टॉक मार्केट में कदम रखने इन्वेस्टमेंट शुरू करने और सक्सेसफुल होने के तरीके जान लिए हैं
तो फिर अब इन्हें अपने इन्वेस्टमेंट में अप्लाई भी जरूर कीजिए और इसी के साथ यह पोस्ट यहीं पर कंप्लीट होता है लेकिन अगर इस पोस्ट से आपको काफी मदद मिली है तो प्लीज यह मदद आगे तक जानी चाहिए यानी कि लाइक ऑलरेडी कर दिया है तो इस पोस्ट को अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ शेयर करना बिल्कुल ना भूले साथ ही साथ कोई नया टॉपिक है कोई ऐसा सब्जेक्ट है जिसके बारे में आप पोस्ट देखना चाहते हैं तो कमेंट सेक्शन में हमें अपना सवाल लिख भेजिए बाकी हम मिलेंगे जल्दी ही आपसे लेकिन यह कैसी बात है गवर्नमेंट सर्विस के साथ आप इतने टाइम से जुड़े हुए हैं अभी तक आपने सब्सक्राइब नहीं किया है तो यह तो आपको लगे हाथ कर ही लेना चाहिए
ताकि ऐसे अमेजिंग पोस्ट ऐसी अमेजिंग जानकारियां आपको समय-समय पर मिलती रहे तब तक के लिए मैं संदीप मिलूंगी आपसे जल्दी ही और ऐसी जानकारियों के साथ तो तब तक के लिए आप जुड़े रहिए गवर्नमेंट सर्विस के साथ हमेशा अपने आपको को अपडेट रखे ग्रो करते रहिए धन्यवाद
स्टॉक मार्केट में निवेश की शुरुआत कैसे करें?
आप भी उन व्यक्तियों में से हैं जो स्टॉक मार्केट में लाभ कमाना चाहते हैं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं समझ पाते कि इसकी शुरुआत कैसे की जाए? आज आपकी इस उलझन को हम पूरी तरह से सुलझाने जा रहे हैं। इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि स्टॉक मार्केट में निवेश से आप कैसे मुनाफा कमा सकते हैं, और उन 10 महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डालेंगे जिन्हें ध्यान में रखकर आप इस क्षेत्र में कदम रख सकते हैं। तो अंत तक यह लेख ज़रूर पढ़ें ताकि आप खुद को एक सूझबूझ से भरपूर निवेशक बना सकें।
स्टॉक मार्केट की मूल अवधारणा
सबसे पहले यह जान लें कि स्टॉक मार्केट एक ऐसी जगह है जहां कंपनियां अपने शेयर बेचती हैं और लोग उन्हें खरीदते हैं। कंपनियों को अपने व्यापार को विस्तारित करने के लिए पूंजी की आवश्यकता होती है, जिसके लिए वे अपने स्टॉक्स के रूप में अपनी हिस्सेदारी का कुछ हिस्सा जनता को बेचती हैं। जितने अधिक स्टॉक्स आपके पास होंगे, उतनी ही अधिक हिस्सेदारी होगी। जब कंपनी की प्रगति होती है, तो उसके स्टॉक्स का मूल्य बढ़ता है, जिससे निवेशक को भी लाभ होता है। इसी प्रकार, कंपनी के घाटे में जाने पर स्टॉकधारकों को भी हानि हो सकती है।
स्टॉक्स और स्टॉक एक्सचेंज
कंपनियों के शेयरों को सूचीबद्ध करना और निवेशकों को ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान करने का काम स्टॉक एक्सचेंज करता है, जहां स्टॉक्स की खरीद और बिक्री होती है। भारत में मुख्य स्टॉक एक्सचेंज बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) और एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) हैं।
मुख्यतः दो प्रकार के स्टॉक्स होते हैं:
- इक्विटी स्टॉक्स
- प्रेफरेंस स्टॉक्स।
इक्विटी स्टॉक्स कंपनी में मालिकाना हक को दर्शाते हैं, जबकि प्रेफरेंस स्टॉक्स बॉन्ड की तरह होते हैं, जहां आपको नियमित ब्याज मिलता है।
निवेश करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
1. गहन शोध जरूरी है : स्टॉक मार्केट में प्रवेश करने से पहले यह आवश्यक है कि आप इसे सही तरीके से समझें। जिन कंपनियों और सेक्टर्स में आप निवेश करने की योजना बना रहे हैं, उनकी वित्तीय रिपोर्ट और इंडस्ट्री ट्रेंड्स का विश्लेषण करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
2. निवेश योजना तैयार करें : स्टॉक मार्केट को समझने के साथ-साथ आपकी निवेश योजना भी स्पष्ट होनी चाहिए। आपको यह तय करना होगा कि आप शॉर्ट-टर्म या लॉन्ग-टर्म निवेश करना चाहते हैं। इसके अलावा, आपकी जोखिम सहनशीलता (रिस्क टॉलरेंस) कितनी है, यह भी ध्यान में रखना होगा।
3. डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलें : निवेश की शुरुआत करने के लिए डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट होना आवश्यक है। डीमेट अकाउंट एक इलेक्ट्रॉनिक लॉकर की तरह काम करता है, जहां आपके शेयर सुरक्षित रहते हैं, और ट्रेडिंग अकाउंट से शेयरों की खरीद-बिक्री होती है।
4. विविधता को अपनाएं : निवेश को प्रभावी बनाने के लिए आपको विविधता का सिद्धांत अपनाना चाहिए। इसका मतलब यह है कि आप अपने निवेश को विभिन्न कंपनियों और सेक्टर्स में विभाजित करें ताकि एक ही क्षेत्र में गिरावट से आपका पूरा निवेश प्रभावित न हो।
5. लॉन्ग-टर्म निवेश पर फोकस करें : स्टॉक मार्केट में लॉन्ग-टर्म निवेश अधिक लाभकारी माना जाता है। इससे आपके निवेश को उतार-चढ़ाव से बचाया जा सकता है और आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त करने में मदद मिलती है।
6. सही सलाह लें : दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलने वाली सामान्य वित्तीय सलाह का अंधानुकरण न करें। आप एक शुरुआती निवेशक हैं, इसलिए प्रमाणित स्रोतों से ही सलाह लेना सबसे उचित रहेगा।
7. छोटे निवेश से शुरुआत करें : अगर आप स्टॉक मार्केट में नए हैं, तो छोटे निवेश से शुरुआत करना ही समझदारी होगी। समय के साथ आप अनुभव प्राप्त करेंगे और आपके निर्णय बेहतर होते जाएंगे।
8. निवेश की निगरानी करते रहें : स्टॉक मार्केट में निवेश करने के बाद आपको इसे नियमित रूप से मॉनिटर करना आवश्यक है ताकि बाजार की स्थितियों के अनुसार आप अपनी रणनीति को संशोधित कर सकें।
9. धैर्य का महत्व समझें : निवेश में सबसे महत्वपूर्ण तत्व धैर्य है। जो लोग बाजार की शॉर्ट-टर्म उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं होते, वे ही सही मायनों में सफल निवेशक बनते हैं।
10. निरंतर सीखते रहें : स्टॉक मार्केट में सफल होने के लिए आपको निरंतर सीखने की आवश्यकता है। फाइनेंशियल ट्रेंड्स, इकोनॉमिक इंडिकेटर्स, और नई टेक्नोलॉजी पर ध्यान केंद्रित करें ताकि आप अपडेट और आत्मविश्वास से भरे रहें।
इन 10 बिंदुओं का पालन करते हुए आप स्टॉक मार्केट में सफलतापूर्वक निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।