सड़कों पर जब भी आपको कोई ग्रेन नंबर प्लेट वाली गाड़ी दिखाई दे तो समझ जाइए कि वह एक इलेक्ट्रिक व्हीकल है टा से रिप्लेस होने की संभावना है इलेक्ट्रिक व्हीकल की डिमांड इंडिया में इनके बढ़ते मार्केट और लोगों के बीच इनकी पॉपुलर पर आपको ढेर सारे आर्टिकल्स मिल जाएंगे
इलेक्ट्रिक टू व्हीलर्स की बात करें तो गवर्नमेंट के साथ-साथ इलेक्ट्रिक टू व्हीलर इंडस्ट्री भी इसी को फ्यूचर सलूशन के तौर पर देख रही है और अंदाजा लगाया गया है कि फाइनेंशियल ईयर 2031 तक इलेक्ट्रिक टू व्हीलर्स का मार्केट साइज 22 मिलियन या 2 करोड़ 20 लाख यूनिट्स पर ईयर तक पहुंच जाएगा
वहीं 2023 में ढ़ मिलियन या 15 लाख इलेक्ट्रिक कार्स बिकी थी जो 2022 के मुकाबले 50 पर ज्यादा था तो बस यहीं पर छिपा हुआ है एक सस्टेनेबल बिजनेस मॉडल और पैसे कमाने का एक सुनहरा मौका गवर्नमेंट सर्विस पर आप देख रहे हैं कैसे शुरू करें इलेक्ट्रिक कार चार्जिंग स्टेशन का बिजनेस और मैं संदीप आपके साथ इस सफर में
इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन का बिजनेस कैसे शुरू करें: एक सुनहरा अवसर
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs) के बढ़ते उपयोग के साथ, भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन का बिजनेस तेजी से उभरता हुआ क्षेत्र है। बढ़ती ईवी मांग और सरकार द्वारा इस क्षेत्र को प्रोत्साहित करने वाली नीतियों के चलते, यह बिजनेस न केवल पर्यावरण को सहारा देने का काम करेगा, बल्कि निवेशकों के लिए एक सशक्त कमाई का स्रोत भी बन सकता है। इस लेख में हम जानेंगे कि इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन का बिजनेस कैसे शुरू करें और इसे सफलतापूर्वक चलाने के लिए किन बारीकियों का ध्यान रखें।
इलेक्ट्रिक व्हीकल की बढ़ती मांग
भारत में ईवी का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। फाइनेंशियल ईयर 2031 तक इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स का मार्केट साइज 22 मिलियन यूनिट्स तक पहुंचने का अनुमान है। वर्ष 2023 में 1.5 मिलियन इलेक्ट्रिक कार्स बिक चुकी हैं, जो 2022 की तुलना में 50% अधिक हैं। यह बढ़ता हुआ आंकड़ा साफ संकेत देता है कि आने वाले समय में इलेक्ट्रिक व्हीकल का उपयोग और भी बढ़ेगा।
बिना लाइसेंस के भी शुरू कर सकते हैं बिजनेस
सरकार की ओर से 2018 में यह घोषणा की गई थी कि इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन खोलने के लिए किसी लाइसेंस की आवश्यकता नहीं है। इससे बिजनेस शुरू करने में काफी आसानी होती है, क्योंकि लाइसेंस बनवाने में लगने वाला खर्च बचाया जा सकता है। हालांकि, चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए पावर मिनिस्ट्री की गाइडलाइंस का पालन करना अनिवार्य है।
बिजनेस शुरू करने के लिए शुरुआती निवेश
एक ईवी चार्जिंग स्टेशन खोलने में लगने वाली लागत मुख्य रूप से चार्जिंग पॉइंट्स की संख्या, पावर कैपेसिटी, और फ्रेंचाइजी मॉडल पर निर्भर करती है। एक साधारण चार्जिंग स्टेशन खोलने में ₹1 लाख से लेकर ₹40-50 लाख तक का निवेश लग सकता है। आप विभिन्न कंपनियों जैसे टाटा पावर**, डेल्टा इलेक्ट्रॉनिक्स**, और चार्ज प्लस जोन जैसी फ्रेंचाइजी लेकर अपना स्टेशन खोल सकते हैं।
सही लोकेशन का महत्व
बिजनेस की सफलता का एक बड़ा हिस्सा लोकेशन पर निर्भर करता है। चार्जिंग स्टेशन को ऐसी जगह पर स्थापित करना चाहिए जहां विजिबिलिटी और ट्रैफिक अधिक हो। शॉपिंग मॉल्स, पार्किंग प्लेस, होटल्स, एयरपोर्ट और हाईवेज पर चार्जिंग स्टेशन खोलना एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इसके अलावा, बड़े स्तर पर बिजनेस करना है तो आपको 2500-3000 स्क्वायर फीट तक की जगह की जरूरत पड़ेगी।
ईवी चार्जिंग के प्रकार और चार्जर ऑप्शन
ईवी चार्जिंग स्टेशन में विभिन्न प्रकार के चार्जर ऑप्शंस उपलब्ध होने चाहिए। आपको स्लो और फास्ट चार्जिंग के विकल्पों को शामिल करना चाहिए। इसके साथ ही, एसी और डीसी चार्जिंग, टू-व्हीलर, थ्री-व्हीलर और फोर-व्हीलर वाहनों के लिए उपयुक्त चार्जिंग उपकरण होने चाहिए। आपके चार्जिंग स्टेशन में जितनी ज्यादा सुविधाएं होंगी, उतना ही बड़ा कस्टमर बेस आप बना सकेंगे।
बिजनेस में मैनपावर की जरूरत
चार्जिंग स्टेशन चलाने के लिए मैनपावर की भी जरूरत होगी। यदि आप छोटे स्तर पर बिजनेस शुरू कर रहे हैं, तो आपको कम से कम 2 लोगों की जरूरत होगी जो शिफ्ट्स में काम करें। इसके अलावा, यदि आपका स्टेशन बड़ा है तो टायर में एयर भरने की सुविधा और गाड़ियों की सफाई के लिए भी स्टाफ रख सकते हैं। यह आपकी सेवाओं को और बेहतर बनाएगा।
बिजनेस के लिए बिजली और सोलर पावर का बैकअप
इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन को सफलतापूर्वक चलाने के लिए कमर्शियल बिजली कनेक्शन की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही, पावर कट की स्थिति से निपटने के लिए आपको पावर बैकअप की भी जरूरत होगी। सोलर पावर का उपयोग एक स्मार्ट विकल्प हो सकता है जो बिजनेस को और अधिक सस्टेनेबल बनाएगा।
मार्केट रिसर्च और सर्वेक्षण
बिजनेस शुरू करने से पहले आपको मार्केट रिसर्च करना बहुत जरूरी है। जिस शहर में आप बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, वहां ईवी की संख्या कितनी है, लोग इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का कितना उपयोग कर रहे हैं, यह जानकारी होना जरूरी है। इसके अलावा, लोकेशन बुक करने से पहले कानूनी दस्तावेजों को अच्छी तरह से जांच लें ताकि भविष्य में किसी प्रकार की परेशानी न हो।
ईवी चार्जिंग स्टेशन के लिए सरकारी सब्सिडी
भारत सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को बढ़ावा देने के लिए FAME (Faster Adoption and Manufacturing of Hybrid and Electric Vehicles) योजना शुरू की है। इस योजना के तहत आपको सब्सिडी का लाभ मिल सकता है। स्लो चार्जर पर ₹10,000 तक की सब्सिडी और फास्ट चार्जर पर ₹1 लाख तक की सब्सिडी मिल सकती है। इसका फायदा उठाकर आप अपने बिजनेस की शुरुआती लागत को कम कर सकते हैं।
भविष्य का व्यापारिक अवसर
फरवरी 2024 तक, भारत में 12,146 पब्लिक ईवी चार्जिंग स्टेशन ऑपरेशनल हैं, जिसमें सबसे ज्यादा चार्जिंग स्टेशन महाराष्ट्र, दिल्ली, और कर्नाटक में हैं। यह तेजी से बढ़ता हुआ सेक्टर आपको एक मजबूत कमाई का मौका देता है। गुरुग्राम में स्थित देश का सबसे बड़ा चार्जिंग स्टेशन इसकी क्षमता और बढ़ते हुए व्यापारिक अवसरों का संकेत देता है।
निष्कर्ष
इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन का बिजनेस न केवल पर्यावरण हितैषी है बल्कि आर्थिक रूप से भी फायदेमंद है। यदि आप सही लोकेशन, निवेश, और मार्केट रिसर्च के साथ इस बिजनेस में उतरते हैं, तो आने वाले वर्षों में यह बिजनेस आपके लिए बेहद सफल हो सकता है।
इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन से जुड़े 10 सबसे आम प्रश्न
1. इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन शुरू करने के लिए लाइसेंस की जरूरत है?
नहीं, 2018 में सरकार ने स्पष्ट किया था कि इसके लिए लाइसेंस की जरूरत नहीं है।
2. चार्जिंग स्टेशन शुरू करने के लिए कितना निवेश आवश्यक है?
निवेश ₹1 लाख से ₹50 लाख तक हो सकता है, यह चार्जिंग पॉइंट्स की संख्या, पावर कैपेसिटी और फ्रेंचाइजी पर निर्भर करता है।
3. सही लोकेशन चुनने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
शॉपिंग मॉल्स, होटल्स, एयरपोर्ट्स, हाईवेज जैसे स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन खोलना फायदेमंद होता है, जहां विजिबिलिटी और ट्रैफिक ज्यादा हो।
4. क्या चार्जिंग स्टेशन के लिए कमर्शियल बिजली कनेक्शन की जरूरत है?
हां, कमर्शियल बिजली कनेक्शन अनिवार्य है। इसके साथ ही पावर कट की स्थिति में पावर बैकअप रखना भी जरूरी है।
5. क्या इस बिजनेस में सोलर पावर का उपयोग कर सकते हैं?
हां, सोलर पावर बैकअप एक स्मार्ट विकल्प हो सकता है, जो बिजनेस को सस्टेनेबल बना सकता है।
6. चार्जिंग स्टेशन पर कौन-कौन से चार्जिंग ऑप्शंस होने चाहिए?
एसी और डीसी चार्जिंग के साथ स्लो और फास्ट चार्जिंग के विकल्पों का होना जरूरी है। साथ ही, टू-व्हीलर, थ्री-व्हीलर और फोर-व्हीलर के लिए चार्जर होना चाहिए।
7. इस बिजनेस के लिए कितनी मैनपावर की आवश्यकता होती है?
छोटे चार्जिंग स्टेशन के लिए कम से कम 2 लोगों की जरूरत होती है, जो शिफ्ट्स में काम कर सकें। बड़े स्टेशन के लिए अधिक स्टाफ की आवश्यकता होती है।
8. इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन के लिए सब्सिडी मिल सकती है?
हां, सरकार की FAME योजना के तहत स्लो चार्जर पर ₹10,000 और फास्ट चार्जर पर ₹1 लाख की सब्सिडी मिल सकती है।
9. ईवी चार्जिंग स्टेशन के लिए मार्केट रिसर्च क्यों जरूरी है?
सही लोकेशन और ईवी की संख्या जानने के लिए मार्केट रिसर्च जरूरी है, ताकि बिजनेस का सही आकलन किया जा सके।
10. क्या किसी फ्रेंचाइजी के साथ चार्जिंग स्टेशन शुरू करना फायदेमंद है?
हां, फ्रेंचाइजी मॉडल से आप पहले से स्थापित कंपनियों के अनुभव और सपोर्ट का फायदा उठा सकते हैं, जिससे आपके बिजनेस की सफलता की संभावना बढ़ जाती है।