देश में बेरोजगारी लंबे समय से एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है, और विशेष रूप से पढ़े-लिखे बेरोजगारों की संख्या बढ़ती जा रही है। यह समस्या केवल इसलिए नहीं है कि नौकरियाँ कम हैं, बल्कि इसलिए भी है कि कई युवाओं के पास उन नौकरियों के लिए आवश्यक कौशल की कमी है। इस समस्या को हल करने और युवाओं को रोजगार के काबिल बनाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने एक बेहद महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिसे प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PM Internship Scheme) के रूप में जाना जाता है।
यह योजना युवाओं के लिए रोजगार के दरवाजे खोलने के साथ-साथ उन्हें आवश्यक कौशल प्रदान करने की दिशा में एक नई उम्मीद की किरण है। आइए जानते हैं कि यह योजना कैसे काम करती है और इसके पीछे क्या उद्देश्य हैं, साथ ही यह योजना युवाओं के लिए क्या खास अवसर लेकर आई है।
पीएम इंटर्नशिप योजना क्या है?
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य युवाओं को व्यावसायिक अनुभव प्रदान करना है। इस योजना का लक्ष्य न केवल युवाओं को वर्कप्लेस पर काम करने का अवसर देना है, बल्कि उन्हें व्यावहारिक अनुभव के माध्यम से उस काम के लिए तैयार करना है जिससे वे भविष्य में नौकरी पाने के काबिल बन सकें। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए, सरकार ने इस योजना के तहत 1.25 लाख युवाओं को इंटर्नशिप प्रदान करने का लक्ष्य रखा है। अगले 5 वर्षों में, यह संख्या बढ़ाकर 1 करोड़ तक ले जाने की योजना है।
योजना की पात्रता
इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ प्रमुख पात्रताएँ निर्धारित की गई हैं। इस इंटर्नशिप योजना के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की उम्र 21 से 24 साल के बीच होनी चाहिए। साथ ही, कैंडिडेट्स को कम से कम 10वीं पास होना चाहिए।
इसके अतिरिक्त, जो लोग पहले से किसी फुल-टाइम नौकरी में हैं, वे इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते। वहीं, इस योजना में आवेदन करने के लिए आवश्यक है कि उम्मीदवार या उनके परिवार का कोई सदस्य (जैसे माता-पिता, पति या पत्नी) सरकारी नौकरी में न हो । साथ ही, परिवार की वार्षिक आय ₹8 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
आवेदन प्रक्रिया
जो भी उम्मीदवार इस योजना के तहत इंटर्नशिप के लिए आवेदन करना चाहते हैं, उन्हें सरकारी पोर्टल (www.pminternship.com) पर रजिस्टर करना होगा। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के दौरान, उम्मीदवारों को अपने व्यक्तिगत और शैक्षिक विवरण भरने होंगे। इस जानकारी के आधार पर एक बायोडाटा (resume) तैयार किया जाएगा, जिसे विभिन्न कंपनियों में भेजा जाएगा।
उम्मीदवारों को यह भी विकल्प मिलेगा कि वे अपनी इंटर्नशिप के लिए कौन से सेक्टर और राज्य/जिला चुनना चाहते हैं। इसके बाद, उम्मीदवार पांच इंटर्नशिप अवसरों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इंटर्नशिप की अवधि और स्टाइपेंड
इस योजना के तहत इंटर्नशिप की अवधि 1 वर्ष तक की होगी। इंटर्नशिप के दौरान उम्मीदवारों को ₹4,500 प्रति माह का स्टाइपेंड दिया जाएगा। इसके अलावा, कंपनियों द्वारा कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) के तहत अतिरिक्त ₹5,000 भी प्रदान किए जाएंगे। इसके साथ ही, इंटर्नशिप की शुरुआत में एकमुश्त ₹6,000 का भुगतान भी किया जाएगा।
सरकार यह भी सुनिश्चित करेगी कि इंटर्न को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना जैसी योजनाओं के तहत बीमा सुरक्षा मिले। इन योजनाओं का प्रीमियम सरकार वहन करेगी।
इंटर्नशिप में आरक्षण की व्यवस्था
सरकार ने इस योजना में भी आरक्षण का प्रावधान किया है, जो अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), और दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए लागू होगा। यह सुनिश्चित करने के लिए कि समाज के हर वर्ग को इस योजना का लाभ मिल सके, इन वर्गों को आरक्षण दिया जाएगा।
इस योजना का उद्देश्य
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना का प्रमुख उद्देश्य बेरोजगारी को दूर करना है। सरकार का मानना है कि आज के युवा नौकरी के काबिल तो हैं, लेकिन उनके पास उस काम का व्यावहारिक अनुभव नहीं है जो उन्हें रोजगार दिलाने में मदद कर सके। यह योजना उन युवाओं को उद्योगों और व्यवसायों में काम करने का मौका देगी, ताकि वे सीख सकें और अपनी स्किल्स को सुधार सकें।
इंटर्नशिप के दौरान युवा वास्तविक कार्यस्थल पर काम करेंगे, जिससे वे अपने कार्यक्षेत्र में आवश्यक कौशल और अनुभव प्राप्त कर सकेंगे। इससे उन्हें भविष्य में नौकरियों के लिए प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिलेगी।
योजना की व्यापकता
इस योजना में देश की कई बड़ी कंपनियों ने अपनी दिलचस्पी दिखाई है। वर्तमान में 100 से अधिक कंपनियाँ इस योजना में शामिल हो चुकी हैं, जिनमें महाराष्ट्र, उत्तराखंड, तेलंगाना, और गुजरात जैसे राज्य प्रमुख हैं। कंपनियों की सूची में शामिल कुछ नामी ब्रांड्स ने पहले ही 1,100 से अधिक इंटर्नशिप ऑफर कर दिए हैं।
उदाहरण के लिए, लंबिक फार्मास्यूटिकल्स ने युवाओं को ₹4,500 के मासिक स्टाइपेंड के साथ इंटर्नशिप की पेशकश की है। वहीं, ईज माय ट्रिप , एक प्रमुख ट्रैवल बुकिंग प्लेटफॉर्म, ने अगले तीन से छह महीनों में 500 से अधिक इंटर्न्स नियुक्त करने की योजना बनाई है।
आवेदन की तिथि और शॉर्टलिस्टिंग प्रक्रिया
पीएम इंटर्नशिप योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया 12 अक्टूबर से शुरू होगी और इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर होगी। इसके बाद, 26 अक्टूबर तक कंपनियों को शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों की लिस्ट भेजी जाएगी।
जिन उम्मीदवारों का चयन होगा, उनकी इंटर्नशिप 2 दिसंबर 2024 से शुरू होगी और यह एक वर्ष तक चलेगी। शॉर्टलिस्टिंग की प्रक्रिया उम्मीदवारों की प्राथमिकताओं और कंपनियों की आवश्यकताओं के आधार पर होगी।
इस योजना के प्रभाव
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना का सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि इससे न केवल युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि वे वास्तविक कार्यस्थल पर काम करने का अनुभव भी प्राप्त करेंगे। इससे उनकी क्षमता में सुधार होगा और उन्हें भविष्य में नौकरियों के लिए बेहतर अवसर मिलेंगे।
इस योजना से युवाओं को अपने करियर में स्थिरता मिलेगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, इस योजना से देश की बेरोजगारी दर को कम करने में भी मदद मिलेगी।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खोलने के साथ-साथ उन्हें आवश्यक कौशल देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना से न केवल युवाओं को बेहतर अवसर मिलेंगे, बल्कि इससे भारत की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
देश को 2047 तक विकसित राष्ट्र की श्रेणी में लाने का लक्ष्य रखा गया है, और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन जरूरी है। प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
इस योजना में भाग लेकर युवा न केवल अपने करियर को एक नई दिशा दे सकते हैं, बल्कि वे देश की आर्थिक प्रगति में भी योगदान दे सकते हैं।