How we can learn about AI? हम AI के बारे में कैसे सीख सकते हैं? 

 आज AI की क़ाबिलियत human capability को भी पार करने लगी है। तो आज हम जानेंगे कि – कैसे आप सीख सकते हैं Artificial Intelligence? इसीलिए  गवर्नमेंट सर्विस  के इस पोस्ट को अंत तक जरुर देखे.

इंसानी बुद्धि की नकल मतलब जब एक मशीन या कंप्यूटर इंसान की तरह सोचने के काबिल हो और लर्निंग पैटर्न रिकॉग्निशन और प्रॉब्लम सॉल्विंग जैसी एफिशिएंसी हासिल कर ले तो उसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहते हैं और आज एआई की काबिलियत ह्यूमन कैपेबिलिटी को भी पार करने लगी है 

तो आज हम जानेंगे कि कैसे आप सीख सकते हैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में अब इस आर्टिकल को ही देखिए क्यों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दुनिया बदल रहा है क्योंकि बैंकिंग सेक्टर इसे फ्रॉड डिटेक्शन के लिए यूज यूज कर रहा है इंश्योरेंस कंपनीज अपनी पॉलिसी कोड्स देने के लिए और क्लेम प्रोसेस करने के लिए कर रही हैं पुलिस सर्विस में सीसीटीवी फुटेज के सहारे क्रिमिनल्स को पकड़ने के लिए एआई यूज हो रहा है मेडिकल साइंस जानलेवा बीमारियों की दवाइयां बनाने के लिए और इलाज ढूंढने के लिए एआई पर भरोसा कर रहा है वैसे लिस्ट तो बहुत लंबी है तो एआई की पढ़ाई करके आप इस फील्ड में अपना सक्सेसफुल करियर बना सकते हैं कैसे चलिए समझते हैं 

टेक इंडस्ट्री के साथ-साथ भारत एआई का टैलेंट हब भी बनता जा रहा है अगस्त 2023 तक यहां पर लगभग 41000 एआई प्रोफेशनल्स हैं पर डिमांड लगभग 6 29000 एआई प्रोफेशनल्स की है और 2026 तक यह डिमांड बढ़ते बढ़ते 1 मिलियन तक पहुंच जाएगी 

यानी डिमांड और सप्लाई में बहुत ज्यादा गैप है यह आपके लिए और आने वाली जनरेशन के लिए एक गोल्डन अपॉर्चुनिटी है कि खुद को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ओर मोड़ा जाए और अपना ब्राइट करियर बनाया जाए क्योंकि आईआईएम अहमदाबाद की एक सर्वे में पता चला है कि दुनिया भर के एआई प्रोफेशनल्स में इंडिया के सिर्फ 4.5 लोग ही शामिल हैं 

अगर हम यह नंबर बढ़ा पाए तो एआई के एरिया में भी इंडिया वर्ल्ड लीडर बन सकता है क्योंकि आने वाले 5 सालों में इंडिया को लगभग 30000 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी कि एआई और मशीन लर्निंग यानी कि एमएल स्पेशलिस्ट की जरूरत है 

अगर यूएसए की बात की जाए तो यूएस ब्यूरो ऑफ लेबर स्टेटिस्टिक्स के मुताबिक एक्सपीरियंस्ड एआई इंजीनियर्स की मिड रेंज एनुअल सैलरी लगभग 12 से $5 लाख तक होती है और इस फील्ड में जॉब ओपनिंग 21 पर तक बढ़ेंगी तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक किताब है और इसके कई मेजर चैप्टर्स हैं उन्हें समझ लीजिए तो एआई सीखना आसान हो जाएगा और इसके चार मेजर विंग्स है 

  • डेटा साइंस 
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस 
  • मशीन लर्निंग 
  •  डीप लर्निंग 

चलिए इन्हें ब्रेक डाउन करके समझते हैं तो बेसिकली एआई एक ब्रॉड कांसेप्ट है जो इंटेलिजेंट मशीनस बिल्ड करता है मशीन लर्निंग यानी कि एमएल एआई का एक सबसेट है जहां पर मशीनस डाटा से अपनी लर्निंग करते हैं और यहां डिटेल प्रोग्रामिंग की जरूरत नहीं पड़ती है इसके बाद मशीन लर्निंग का सबसेट है डीप लर्निंग जहां न्यूरल नेटवर्क्स के जरिए एक मशीन या सिस्टम ह्यूमन ब्रेन की नकल करता है ताकि पैटर्स को ढूंढ सके और डिसीजंस ले सके और आखिर में डाटा साइंस में शामिल है एआई और मशीन लर्निंग मेथड्स जहां पर कई और मेथड्स और डिसिप्लिन इवॉल्वड किए जाते हैं जो डाटा से इंसाइट्स यानी कि काम की जानकारी निकालते हैं 

इसलिए एआई को इफेक्टिवली सीखने के लिए आपको इन सभी प्रोसेसेस के बीच के इंटरकनेक्शंस को समझना होता है इंडिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंजीनियरिंग पढ़ने का सबसे अच्छा तरीका है किसी अच्छी इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेना इसके लिए सबसे कॉमन एग्जाम है जेईई या जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन ईई में अच्छी रैंक के साथ जब आपको किसी अच्छे कॉलेज में एडमिशन मिल जाता है तो आईटी कंप्यूटर साइंस में आगे बढ़ते हुए 

आपको आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पढ़ने का मौका मिलता है अपने इंजीनियरिंग के दौरान जो कैंडिडेट्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को चूज करते हैं उनके सिलेबस में प्रोग्रामिंग फॉर एआई कंप्यूटर आर्किटेक्चर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फाउंडेशन ऑफ मशीन लर्निंग अप्लाइड स्टेटिस्टिक्स कंप्यूटर नेटवर्क्स न्यूरल नेटवर्क एंड डीप लर्निंग रोबोटिक्स नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग रिइंफोर्समेंट लर्निंग बिग डाटा और डिजाइन एंड एनालिसिस ऑफ एल्गोरिथम्स शामिल है 

इसके अलावा वर्कशॉप्स और प्रोजेक्ट वर्क्स भी होते हैं वैसे  गवर्नमेंट सर्विस पे आपको हाउ टू बिल्ड करियर इन आर्टिफिशियल इंटे नाम से एक सेपरेट पोस्टभी मिल जाएगा उसे देखिएगा जरूर लेकिन ब्रॉडर एस्पेक्ट्स के साथ देखा जाए तो एक एआई एस्परेंस खूबियां होनी चाहिए चलिए समझते हैं स्टेटिस्टिक्स जिसे हिंदी में आंकड़ा कहते हैं स्टेटिस्टिक्स को मशीन लर्निंग का बैकबोन कहा जाता है और यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बेहद जरूरी हिस्सा है इसके लिए स्टेटिस्टिक्स डिस्ट्रीब्यूशन और कंसेप्ट जैसे स्टैंडर्ड डेविएशन और वेरियंस को समझना होता है इनकी गहरी समझ होने पर ही के इंजीनियर एआई सिस्टम्स को गाइड कर पाता है 

ताकि डाटा से ड्राइंग इन फरेंसेक्स मैथमेटिक्स कंप्यूटर साइंस के किसी भी स्टूडेंट का मैथ में स्ट्रांग होना तो बहुत ही जरूरी है क्योंकि मशीन लर्निंग एल्गोरिथम्स के फंक्शंस इंप्लीमेंट और एग्जीक्यूशन में मैथमेटिक्स का सॉलिड फाउंडेशन जरूरी है जैसे कि लीनियर अलजेब्रा कैलकुलस प्रोबेबिलिटी थ्योरी और ऑप्टिमाइजेशन मेथड्स प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में एरस को इफेक्टिवली काम करवाना हो कॉम्प्लेक्टेड परफॉर्म करवाना रेंडम बस और इरेगुलेरिटीज को समझना और अल्टीमेटली मशीन लर्निंग मॉडल्स को ऑप्टिमाइज करने में मैथ चाहिए 

                                                       तभी तो आप अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल को रन कर पाएंगे इसके अलावा एक एआई एस्परेंस और अडेप्ट बिलिटी भी होनी चाहिए क्योंकि एआई एक कॉम्प्लेक्शन सेप्ट्स टूल्स एंड टेक्निक्स आते रहते हैं इसलिए वह जो लोग एआई में अपना करियर पसू करना चाहते हैं उनमें हमेशा कुछ नया सीखने की चाहत और प्र प्रॉब्लम सॉल्विंग माइंडसेट होना ही चाहिए

साथ ही कोर स्किल्स के तौर पर प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस में महारती होना भी जरूरी है जैसे पाइथन python लैंग्वेज फॉर एआई भी कहा जाता है यह जितना पावरफुल लैंग्वेज है उतना ही बिगिन फ्रेंडली लैंग्वेज भी है इसीलिए इसे मशीन लर्निंग मॉडल्स को इंप्लीमेंट करने के लिए बहुत ज्यादा यूज किया जाता है इंडिया में की बहुत ज्यादा डिमांड है एक जॉब सर्चिंग पोर्टल पर मशीन लर्निंग python से ज्यादा जॉब्स ओपनिंग दिखाई देंगी 

अगला है आर यह भी एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है 

जिसे डेटा साइंस के फील्ड में बहुत ज्यादा यूज किया जाता है आर को स्टेटिस्टिक्स और इंगेजिंग डाटा विजुलाइजेशन के लिए एक अच्छी लैंग्वेज माना जाता है हालांकि पाइथन के मुकाबले r को सीखना थोड़ा मुश्किल है पर वह एआई एस्पिरिस जो एआई और डाटा साइंस दोनों में एक्सपर्ट बनना चाहते हैं उन्हें तो आर जरूर से सीखनी ही चाहिए जॉब सर्चिंग वेबसाइट्स पर आर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज से भी जुड़ी ढेर सारी जॉब ओपनिंग आपको मिल जाएंगी क्योंकि इंडिया में अभी लगभग 51 पर एआई प्रोफेशनल्स की कमी है 

तीसरा है कि एक और जहां पाइथन और आर को एआई मशीन लर्निंग और डेटा साइंस के लिए बेस्ट माना जाता है वहीं जावा और c++

 से एफिशिएंट लो लेवल मशीन कंट्रोल मिलता है जिससे स्केलेबल मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल्स बनाने में काफी आसानी होती है इसलिए जावा और c++ भी एआई के लिए कंसीडर किए जाते हैं साथ ही जावा लैंग्वेज के साथ मशीन लर्निंग डेवलपर एआई इंजीनियर एआई कंसल्टेंट प्रोमट इंजीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर जैसे रूल्स डिमांड में रहते हैं 

जावा की डिमांड का एग्जांपल दें तो fortune  लैंग्वेज यूज होती है अब आप यह सभी लैंग्वेजेस अपने इंजीनियरिंग के दौरान और ऑनलाइन दोनों तरीके से सीख सकते हैं कोड अकेडमी कोर्सरा फ्री कोड कैंप ईडी एक यूमी स्केलर जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के साथ-साथ बहुत सी youtube’s भी हैं जो प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस को सिखाते हैं लेकिन काम इतने से ही नहीं चलेगा एक एआई एस्पिर को प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस के अलावा बहुत से सपोर्टिंग टूल्स और लाइब्रेरीज में भी एक्सपर्ट होना होता है 

जैसे 

  1. पांडा एक सॉफ्टवेयर टूल है जो python’s के साथ एक एआई प्रैक्टिशनर का वेल व्सड होना जरूरी है 
  2. दूसरा है नपाई यह भी एक पाइथन लाइब्रेरी है जो एरस के साथ काम करते हुए यूज होता है लीनियर अलजेब्रा फरियर ट्रांसफॉर्म और मैट्रिक्स के साथ काम करते हुए भी नम पाई फंक्शंस की जरूरत पड़ती है 
  3. तीसरा है साइक लर्न भी एक लाइब्रेरी है जो कि मशीन लर्निंग में काम आती है इसके साथ वेक्टर मशीनस रैंडम फॉरेस्ट और के नेवर्स जैसे एल्गोरिथम्स आते हैं 

इसके अलावा यह पाइथन के न्यूमेरिकल और साइंटिफिक लाइब्रेरीज जैसे नम पाई और साई पाई को सपोर्ट करता है अब नेक्स्ट है पाई टर्च जो कि एक और लाइब्रेरी है जो मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग मॉडल्स को मैक्सिमम फ्लेक्सिबल और स्पीड देता है 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग यानी कि एनएलपी के लिए यह एक हेल्पिंग टूल है आसान भाषा में समझे तो जितने भी वॉइस कमांड वाले टूल्स एंड एप्लीकेशंस होते हैं वह इंसानी भाषा को नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग के जरिए ही समझते हैं और जवाब देते हैं ऑटो करेक्ट फीचर्स आपकी ईमेल अकाउंट में स्पैम जैसे मेल्स को फिल्टर करने में और सर्च इंजन को इंप्रूव करने में नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग की जाती है 

अगला है केरा यह एक यूजर फ्रेंडली न्यूरल नेटवर्क लाइब्रेरी है 

जिसकी कोडिंग पाइथन में की गई है किसी भी फ्रेश एआई लर्नर के लिए केरा एक इजी टू यूज और बहुत ही इजली समझ में आने वाली लाइब्रेरी है अब लगे हाथ यह भी समझ लीजिए कि न्यूरल नेटवर्क क्या होता है तो एक न्यूरल नेटवर्क मशीन लर्निंग यानी कि एमएल मॉडल होता है जिसे डिजाइन किया जाता है इंसानी दिमाग की नकल करने के लिए यह एक तरह का ह्यूमन ब्रेन डिजाइन होता है जो एआई मॉडल को इंसानों की तरह काम करने के काबिल बनाता है 

अब एआई एक्सपर्ट बनने के लिए अगर आपने अपना गोल सेट कर ही लिया है तो उस तक पहुंचने के लिए जरूरी है एक रोड मैप आप अपना खुद का रोड मैप भी बना सकते हैं वैसे यहां पर हम एक रोड मैप आपको सजेस्ट कर रहे हैं 

  • सबसे पहले तो आपको तीन महीने अपने बेसिक्स पर देने होंगे जिसमें आपको बेसिक्स ऑफ मैथमेटिक्स प्रोग्रामिंग डेटा स्ट्रक्चर्स और डेटा मेन लेशन सीखना चाहिए इसके लिए अगर आप ऑनलाइन प्लेटफार्म से सीखना प्रेफर  करते हैं तो मैथमेटिक्स और स्टेटिस्टिक्स सीखने के लिए खान अकेडमी या कोर्सरा जैसे प्लेटफॉर्म्स को चूज कर सकते हैं 
  • पाइथन सीखने के लिए आप कोड एकेडमी या लीड कोड पर भी जा सकते हैं और यहां पर आपको प्रोग्रामिंग टास्क सॉल्व करना सीखना होगा और डाटा स्ट्रक्चर्स के लिए गीक्स फॉर गीक्स पर भी आप जा सकते हैं अपने रोड मैप के 
  • दूसरे फेज में चौथे से छठे महीने तक एआई और मशीन लर्निंग के एडवांस्ड रिसोर्सेस और प्रोजेक्ट्स पर काम करना होगा ताकि आप अपनी एआई स्किल्स को डेवलप कर सके 

इसके बाद मशीन लर्निंग कांसेप्ट को समझने के लिए आप कोर्सरा पे एनू एनजी का कोर्स भी जवाइन कर सकते हैं लगे हाथ आप साइकिक लर्न पे मशीन लर्निंग प्रोजेक्ट्स पर भी काम कर सकते हैं तो जब मशीन लर्निंग के कॉन्सेप्ट्स आपको क्लियर हो जाए तो आप बेसिक्स ऑफ डीप लर्निंग के साथ आगे बढ़ सकते हैं इसके लिए सबसे इजी टू यूज प्लेटफॉर्म है केरस या केरस अगले फेज यानी कि सातवें से नौवें महीने में एआई एस्परेंस को एडवांस्ड एआई टॉपिक्स में स्पेशलाइजेशन हासिल कर लेनी चाहिए 

इसके लिए प्रोजेक्ट्स में इवॉल्वमेंट और डीप डाइविंग जरूरी है जो हासिल हो सकता है पाई टॉर जैसी लाइब्रेरीज को सीखकर साथ ही आपको इमेज रिकॉग्निशन और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग जैसे एडवांस्ड एआई प्रोजेक्ट्स में हाथ आजमाना होगा एंड ऑफ द फेज में आपको 10वें महीने से कांस्टेंट लर्निंग और एक्सप्लोरेशन करते रहना होगा इसके लिए आपको ग्लोबल एआई कंपटीशन और लार्ज स्केल प्रोजेक्ट्स का हिस्सा बनना होगा लेकिन पहले सॉलिड फाउंडेशन जरूरी है और एआई के नीश एरियाज जैसे रिइंफोर्समेंट लर्निंग और जनरेट एआई में एक्सपर्टीज होनी चाहिए 

नेशनली या इंटरनेशनली अगर बैचलर्स डिग्री इन अप्लाइड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मास्टर्स डिग्री इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और और एमबीए इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे कोर्स में एनरोल होने का मौका आपको मिल रहा है तो आप एआई एक्सपर्ट बन सकते हैं 

अपने देश की अगर बात करें तो आईआईटी दिल्ली आईआईटी हैदराबाद चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी डी वाई पाटिल इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी पारुल यूनिवर्सिटी जैसे ढेर सारे इंस्टीट्यूट्स और यूनिवर्सिटीज हैं जहां से आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई कर सकते हैं और डिग्री भी ले सकते हैं 

इसके अलावा आपको अपने एंड से भी रिसर्च करनी होगी कि आप कहां से अपनी इंजीनियरिंग कर सकते हैं 

अब कुछ एआई से जुड़े सर्टिफिकेशंस की बात की जाए जिनके साथ आप सर्टिफाइड एआई एक्सपर्ट बन सकते हैं

 तो जैसे हर साल ढेर सारे रिसर्च पेपर्स इश्यूज करती है जिसमें एआई के बहुत से टॉपिक्स कवर्ड होते हैं google’s कोर्स है जो कि फ्री है और इंट्रोडक्शन टू मशीन लर्निंग कोर्स भी है 15 घंटे के इस कोर्स को करने के लिए पाइथन और नम पाई लाइब्रेरीज की नॉलेज आपको होनी चाहिए आप अगर linked-list इंटेलिजेंस फाउंडेशन कोर्स के साथ आप एआई मॉडल्स को रन करना सीख पाएंगे साथ ही डीप लर्निंग इमेज रिकॉग्निशन कोर्स के जरिए आप इन डेप्थ सर्टिफिकेशन भी कर सकते हैं इसके लिए आपको पाइथन और टेंसर फ्लो की नॉलेज होनी चाहिए और अब आगे deeplearning.ai भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सीखने के लिए एक बहुत ही अच्छा प्लेटफार्म है यहां पर आपको हाई रेटेड एआई प्रोग्राम्स मिल जाएंगे जैसे एआई फॉर गुड नाम से इंट्रोडक्टरी कोर्स भी है और इंटरमीडिएट एंड एडवांस्ड कोर्सेस भी हैं साथ ही नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग नाम से फ्री कोर्स भी है बस इसमें ना एनरोल होने के लिए स्टूडेंट के पास मशीन लर्निंग और इंटरमीडिएट पाइथन प्रोग्रामिंग स्किल्स होनी चाहिए 

माइक्रोसॉफ्ट भी एआई प्रोफेशनल्स के लिए कोर्स प्रोवाइड करता है माइक्रोसॉफ्ट एजर एआई इंजीनियर एसोसिएट सर्टिफिकेशन कोर्स अगर आप पूरा करते हैं तो आप एजर प्लेटफॉर्म एंड एजर कॉग्निटिव सर्विसेस बिल्ड मैनेज और एआई एप्लीकेशंस डिप्लॉयड साइंटिस्ट एक्सपर्ट्स जो मशीन लर्निंग के लिए एर को यूज करना चाहते हैं उनको माइक्रोसॉफ्ट से ट्रेनिंग मटेरियल भी दिए जाते हैं इसलिए एजर डाटा साइंटिस्ट एसोसिएट कोर्स को लेना फायदेमंद है जो मशीन लर्निंग मॉडल्स की पूरी जानकारी आपको देता है डीप लर्निंग न्यूरल नेटवर्क्स और मशीन लर्निंग एल्गोरिथम सीखने के लिए अगर आप कोई फ्री कोर्स ढूंढ रहे हैं तो आईबीएम एआई इंजीनियरिंग आप कर सकते हैं इस कोर्स में पाई टॉर्च और टेंसर फ्लो के जरिए डीप लर्निंग मॉडल्स बनाना सिखाया जाता है 

हर हफ्ते 10 घंटे की क्लास अटेंड करके आप यह कोर्स दो महीने में कंप्लीट कर सकते हैं 

इसके अलावा आईबीएम के पास अप्लाइड एआई प्रोफेशनल प्रोग्राम भी है इससे स्टूडेंट्स मिनिमम कोडिंग के साथ एआई एप्लीकेशंस बिल्ड करना सीखते हैं 

इनके अलावा भी एआई कोर्स बाय स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी डीप लर्निंग स्पेशलाइजेशन बाय एंड्रू एनजी कोर्स एरा का एआई फॉर एव्री वन और पाइथन फॉर डाटा साइंस एंड एआई बाय आईबीएम जैसे कोर्सेस के साथ जुड़ना भी आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है भले ही आज हम ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर और वीडियो ट्यूटोरियल्स देख कर के सीखना पसंद कर रहे हैं पर इसका यह मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि एआई के ऊपर अच्छी किताबें नहीं है बिल्कुल है जैसे पीटर ली कैरी गोल्डबर्ग और आइजक कोहन की किताब द एआई रेवोल्यूशन इन मेडिसिन जीपीटी फ एंड बियोंड फिर आई ह्यूमन एआई ऑटोमेशन एंड द क्वेस्ट टू रिक्लेम व्हाट मेक्स अस यूनिक और मोर दन अ ग्लिच कंफरट्स जेंडर एंड एबिलिटी बायस इनटेक जैसी किताबें भी काफी हेल्पफुल है इन फैक्ट अगर आप चीट शीट से भी नॉलेज बटोर चाहते हैं तो पाइथन फॉर डटा साइंस चीट शीट स्टैनफोर्ड मशीन लर्निंग चीट शीट और डीप लर्निंग चीट शीट भी सर्च कर सकते हैं तो आई होप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या एआई कैसे सीखे यह अब तक आपको क्लियर हो चुका होगा तो देर किस बात की आप झट से शुरू कर दीजिए एंड जहां पर भी आप सीख रहे हैं उनकी मेहनत के लिए एक थैंक्स तो बनता है इसी के साथ अपना प्यार अपना सपोर्ट  गवर्नमेंट सर्विस  की टीम के लिए कमेंट सेक्शन में देते रहिए अगला कौन सा टॉपिक है जिसके बारे में आप जानना चाहते हैं लिख भेजिए  

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