How to Encourage Employees for Higher Productivity? How to Encourage Employees for Higher Productivity? – एक कम्पनी या बिजनेस में वर्क करने वाले कई एम्प्लॉयीज.. रिवॉर्ड और रिकग्निशन से मोटिवेशन फील कर पाते हैं तो कुछ मनी मोटिवेटेड होते हैं। ऐसे में दोनों ही तरह के एम्प्लॉयीज को प्रोडक्टिव परफॉर्मेंस देने के लिए एनकरेज करना जरुरी है और इसके लिए बेस्ट तरीके कौनसे हो सकते हैं हर बिजनेस अपनी सक्सेस चाहता है बढ़ते समय के साथ तेजी से ग्रो करना चाहता है इसलिए वह अपनी हाई परफॉर्मेंस टीम को तैयार करता है जो कि उस बिजनेस को उस कंपनी को सक्सेस दिलाए और बिजनेस में परफॉर्म करने वाली हर एक टीम तभी बेस्ट रिजल्ट दे पाती हैं जब वह प्रोडक्टिविटी के साथ काम करती हैं प्रोडक्टिविटी ही तो है जो कम समय में ज्यादा और बेहतर काम करना पॉसिबल बनाती है इसका मतलब बिजनेस चाहे कोई भी हो उसकी ग्रोथ के लिए उसके एंप्लॉयज का प्रोडक्टिव होना जरूरी है और एंप्लॉयज की प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए उन्हें मोटिवेट करना जरूरी है मोटिवेशन ही है जो एंप्लॉयज को पूरे फोकस के साथ तेजी से टास्क कंप्लीट करने के लिए इनकरेज करता है जिससे एंप्लॉई और कंपनी दोनों साथ-साथ ग्रो कर पाते हैं इतना इंपॉर्टेंट होता है एंप्लॉई मोटिवेशन ये एंप्लॉई मोटिवेशन एक कंपनी की सक्सेस के मेन कंपोनेंट्स में से एक है एक मोटिवेटेड और सेटिस्फाइड एंप्लॉई का मतलब है बेहतर परफॉर्मेंस हाई क्वालिटी वर्क और कंपनी के साथ लॉन्ग टर्म रिलेशनशिप एक कंपनी या बिजनेस में वर्क करने वाले कई एंप्लॉयज रिवॉर्ड और रिकॉग्निशन से मोटिवेशन फील कर पाते हैं तो कुछ मनी मोटिवेटेड होते हैं तो ऐसे में दोनों ही तरह के एंप्लॉयज को प्रोडक्टिव परफॉर्मेंस देने के लिए इनकरेज करना जरूरी है और इसके लिए बेस्ट तरीके कौन से हो सकते हैं यह हम आज के इस पोस्ट में आगे जानने वाले हैं इसलिए आप हमारे साथ बने रहिए गवर्नमेंट सर्विस पर और अब जानते हैं वो बेस्ट 11 तरीके जो एंप्लॉयज को प्रोडक्टिव वर्क करने के लिए इनकरेज और मोटिवेट कर सकते हैं नंबर एक पर है पॉजिटिव वर्क एनवायरमेंट होना चाहिए पॉजिटिविटी ना हर प्रॉब्लम का सलूशन है फिर चाहे वह प्रॉब्लम पर्सनल हो या प्रोफेशनल अगर इस बात को समझा जाए और ऑफिस का माहौल पॉजिटिव रखा जाए तो एंप्लॉयज अपने आप ही एक्साइटेड और मोटिवेटेड महसूस करते हैं और इसी फील के साथ बेहतर वर्क परफॉर्मेंस पॉसिबल हो सकती है इसलिए एंप्लॉयज को अपने तरीके से अपने स्केड्यूल को मैनेज करने और टास्क कंप्लीट करने की आजादी दी जानी चाहिए ऐसा करने से एंप्लॉयज खुश और कंफर्टेबल महसूस करते हैं और उनके लिए परफॉर्म करना बर्डन नहीं बल्कि मजा बन जाता है हर टास्क में अपने आइडियाज एंप्लॉयज पर फोर्स करने की बजाय अगर उन्हें अपनी क्रिएटिविटी दिखाने के मौके दिए जाएं तो वह एंपावर फील करने लगते हैं और खुद की ग्रोथ के साथ कंपनी की ग्रोथ के लिए भी एफर्ट लगाना चाहते हैं नंबर दो पर है हेल्दी वर्क लाइफ बैलेंस बनाया जाना चाहिए यह सच है कि कंपनी का फोकस अपनी ग्रोथ और प्रॉफिट्स पर ही होता है लेकिन किसी भी कंपनी को ग्रोथ तक ले जाने वाले तो उसके एंप्लॉयज ही होते हैं अगर उन्हें खुश रखा जाए तो कंपनी कम समय में तेजी से आगे बढ़ सकती है जो कंपनी और बिजनेसेस इस बात की इंपॉर्टेंस को समझते हैं वह हेल्दी वर्क लाइफ बैलेंस का ध्यान रखते हैं अपने एंप्लॉयज को कंफर्टेबल फील देने के लिए ऐसी कंपनीज शॉर्ट ब्रेक्स को इनकरेज करती हैं ताकि एंप्लॉई रिफ्रेश फील कर सके और सेटिस्फाई होकर परफॉर्म करें ऐसे बिजनेसेस एंप्लॉयज को फ्लेक्सिबल स्केड्यूल भी ऑफर करते हैं ताकि किसी इमरजेंसी की सिचुएशन में वह सिक्योर फील कर सके ऐसा होगा तो कंपनी में अपने रोल को लेकर के वह ज्यादा रिलायबल और लॉयल बनेंगे और कंपनी के लिए बेस्ट परफॉर्म करने की पूरी कोशिश करेंगे नंबर तीन पर है कंपनी का क्लियर विजन डिफाइन करना चाहिए हर कंपनी का एक विजन होता है जिसके लिए वह कंपनी काम करती है अगर यह क्लियर और पर्पसफुली के साथ शेयर किया जाता है तो उनके मोटिवेशन को बूस्ट किया जा सकता है इसलिए हर लीडर और बॉस को अपने कंपनी के विजन और मिशन को इस तरह सबके साथ शेयर करना चाहिए कि हर एक एंप्लॉई खुद को उस मिशन का एक पार्ट समझ पाए और उसे पूरा करने में अपना कंट्रीब्यूशन देने के लिए मोटिवेटेड बना रहे नंबर चार पर है ट्रस्ट बिल्ड करना चाहिए रिश्ता चाहे पर्सनल हो या प्रोफेशनल बात स्मॉल बिजनेस की हो या लार्ज कंपनी की ट्रस्ट का होना जरूरी है सीनियर्स या बॉस जब अपने एंप्लॉयज या टीम मेंबर्स पर ट्रस्ट दिखाते हैं तो वह अपना काम जिम्मेदारी के साथ पूरा करते हैं और ऐसा काम हमेशा बेहतर रिजल्ट ही देता है इसलिए टीम मेंबर्स को वर्कर्स और एंप्लॉयज पर ट्रस्ट रखना चाहिए और उन्हें अपना काम अपने तरीके से पूरा करने की आजादी देकर भी ऐसा किया जा सकता है नंबर पांच पर है टीम वर्क को एंकरेज किया जाना चाहिए एंप्लॉई मोटिवेशन को इंप्रूव करने का एक बहुत बेहतर तरीका है टीम वर्क टीम वर्क करने से हर एंप्लॉई को वैल्युएबल होने का फील मिलता है क्योंकि वह एक गोल को अचीव करने में अपना पार्टिसिपेशन देता है टीम वर्क में उसे अपने आइडिया शेयर करने का मौका मिलता है प्रॉब्लम सॉल्व करने का और साथ में मिलकर के प्लान तैयार करने की अपॉर्चुनिटी मिलती है जो उसकी एफिशिएंसी के साथ उसका कॉन्फिडेंस भी बढ़ाती है और वह ज्यादा से ज्यादा कंट्रीब्यूट करने के लिए तैयार होता है नंबर छह पर है हर एंप्लॉई के बारे में जानना चाहिए एंप्लॉई को हायर करके उसे काम सॉप देना ही काफी नहीं होता यह जानना भी जरूरी होता है कि कौन सा एंप्लॉई किस काम को बेहतर तरीके से कर सकता है वह किस तरह के चैलेंज को हैंडल कर सकता है उसकी स्ट्रेंथ क्या है और वीकनेसेस क्या हैं और यह सब जानने के लिए अपने हर एंप्लॉई या टीम मेंबर को को जानना जरूरी होता है इसके लिए उनसे वन टू वन डिस्कशन किए जा सकते हैं या गेम्स के जरिए भी थॉट्स एक्सचेंज किए जा सकते हैं ताकि उनके करियर गोल्स और पर्सनालिटी को अच्छे से समझा जा सके और उन्हें वह जिम्मेदारियां दी जा सके जो वह अच्छे से करते हैं नंबर सात पर है एंप्लॉयज को मैने जबल वर्क लोड ही दिया जाना चाहिए जिन कंपनीज में एंप्लॉई के कंफर्ट और फ्रीडम के बारे में नहीं सोचा जाता है उस कंपनी और बिजनेस की ग्रोथ की स्पीड बहुत ही स्लो होती है और उसके एंप्लॉयज लॉन्ग टर्म के लिए उसके साथ जुड़े रहना भी पसंद नहीं करते जिससे कंपनी को काफी लॉस उठाना पड़ता है क्योंकि जल्दी-जल्दी न्यू स्टाफ की हायरिंग काफी एक्सपेंसिव टास्क होता है वहीं ऐसी कंपनीज जो जानती है कि एक एंप्लॉई उनके बिजनेस का इंपॉर्टेंट एसेट है वो एंप्लॉयज को वर्कलोड के नीचे दबाने की बजाय उनकी कैपेसिटी को ध्यान में रखते हुए वर्क दिया करती है ऐसा करने से एंप्लॉयज बिना स्ट्रेस्ड हुए टाइम पर अपना काम पूरा कर लेते हैं और हर बार पहले से ज्यादा बेहतर काम करने के लिए एक्साइटेड रहते हैं तो ऐसी सिचुएशन में ही होता है क्वालिटी वर्क जो प्रोग्रेस के लिए और प्रॉफिट के लिए जरूरी है नंबर आठ पर है फीडबैक दिए जाने चाहिए इंसेंटिव जैसे रिवार्ड्स तो इफेक्टिव होते ही हैं लेकिन जल्दी-जल्दी मिलने वाले फीडबैक भी एंप्लॉयज को बखूबी इंस्पायर करते हैं एक एंप्लॉई की परफॉर्मेंस पर की गई प्रशंसा उसे आगे भी अच्छा काम करने के लिए इंस्पायर करती है और कंस्ट्रक्टिव क्रिटिसिजम भी उसे रिस्पेक्टेड फील कराता है और जहां एक एंप्लॉई को अपने काम के लिए रिस्पेक्ट मिलती हो तारीफ मिलती हो ऐसी जॉब में एंप्लॉई अपना बेस्ट देने से कभी नहीं चूकता और हर बार उसकी परफॉर्मेंस में सुधार होता ही जाता है जिसका फायदा उसके साथ-साथ कंपनी को भी होता है नंबर नो पर है ग्रेटी ूडल है फीडबैक की इंपॉर्टेंस वाकई में काफी ज्यादा होती है लेकिन इसके साथ-साथ ग्रेटी ूडल होता है क्योंकि कई बार एंप्लॉई या टीम मेंबर्स को सिर्फ ग्रेटी ूडल होती है वह चाहते हैं कि उनके हार्ड वर्क और डेडिकेशन के लिए उन्हें शुक्रिया कहा जाए और अगर ऐसा किया जाता है तो इससे उन्हें अप्रिशिएट तो फील होता ही है साथ ही एंपावर्ड और मोटिवेटेड भी महसूस होता है जिससे कि वह आगे इसी तरह हार्ड वर्क करने के लिए तैयार रहते हैं और एक कंपनी की सक्सेस तो यहीं पर तय हो जाती है जहां पर एंप्लॉयज खुशी से हार्ड वर्क करने को तैयार हो नंबर 10 पर है करियर डेवलपमेंट के लिए अपॉर्चुनिटी ऑफर की जा सकती हैं एंप्लॉई चाहे किसी भी कंपनी में किसी भी पोजीशन पर काम करता हो उसे लगातार हायर पोजीशन और ग्रोथ की एक्सपेक्टेशन रहती है अब ऐसे में अगर उसे लर्निंग के ऐसे ऑप्शंस प्रोवाइड कराए जाए तो उसे ग्रोथ दे सकते हैं तो इससे एंप्लॉई सेटिस्फैक्ट्रिली इंसेंटिव प्रोग्राम शुरू किया जा सकता है एंप्लॉई मोटिवेशन को इंप्रूव करने के लिए इंसेंटिव प्रोग्राम भी क्रिएट किए जा सकते हैं जिसमें एंप्लॉयज या टीम मेंबर्स को उनकी परफॉर्मेंस के बेस पर डायरेक्टली रिवॉर्ड दिया जा सके इस तरह के रिवॉर्ड एंप्लॉयज को और बेहतर परफॉर्म करने के लिए एंकरेज करते हैं और उनकी अच्छी परफॉर्मेंस कंपनी को प्रॉफिट की तरफ ले जाती है इस तरह इन 11 तरीकों को अपनाकर आजमाकर अपनी कंपनी या बिजनेस के हर एक एंप्लॉई को हैप्पी एंड सेटिस्फाई किया जा सकता है और यह तो सब जानते ही हैं कि ऐसा एंप्लॉई ही प्रोडक्टिव परफॉर्मेंस दे सकता है जिससे कंपनी तेजी से सक्सेसफुल हो सकती है इसलिए इन तरीकों को अपनाए पॉजिटिव एनवायरमेंट रखिए हर एंप्लॉई को रिस्पेक्ट और वैल्यू दीजिए और सक्सेसफुल होते जाइए और अगर यह पोस्ट एंप्लॉई मोटिवेशन को बूस्ट करने के बेस्ट तरीके आपके साथ शेयर कर पाया हो तो इसे लाइक करके शेयर करना बिल्कुल ना भूले साथ ही साथ कोई पर्सनल आपका एक्सपीरियंस है इस बारे में तो प्लीज हमारे साथ कमेंट सेक्शन में जरूर शेयर करें और बाकी कोई सवाल है जो आप जानना चाहते हैं जिसके बारे में गवर्नमेंट सर्विस पर पोस्ट देखना चाहते हैं तो उस सवाल को लिख भेजिए और थोड़ा इंतजार कीजिए तो मिलेंगे जल्दी ही नई जानकारी नए पोस्ट के साथ तब तक के लिए अगर आपने अभी तक हमारे वेबसाइट को सब्सक्राइब नहीं किया है तो सब्सक्राइब करके बेल आइकन को प्रेस कर दीजिए धन्यवाद

How to Encourage Employees for Higher Productivity?

How to Encourage Employees for Higher Productivity? –   एक कम्पनी या बिजनेस में वर्क करने वाले कई एम्प्लॉयीज.. रिवॉर्ड और रिकग्निशन से मोटिवेशन फील कर पाते हैं तो कुछ मनी मोटिवेटेड होते हैं। ऐसे में दोनों ही तरह के एम्प्लॉयीज को प्रोडक्टिव परफॉर्मेंस देने के लिए एनकरेज करना जरुरी है और इसके लिए बेस्ट तरीके कौनसे हो सकते हैं 

हर बिजनेस अपनी सक्सेस चाहता है बढ़ते समय के साथ तेजी से ग्रो करना चाहता है इसलिए वह अपनी हाई परफॉर्मेंस टीम को तैयार करता है जो कि उस बिजनेस को उस कंपनी को सक्सेस दिलाए और बिजनेस में परफॉर्म करने वाली हर एक टीम तभी बेस्ट रिजल्ट दे पाती हैं जब वह प्रोडक्टिविटी के साथ काम करती हैं प्रोडक्टिविटी ही तो है जो कम समय में ज्यादा और बेहतर काम करना पॉसिबल बनाती है इसका मतलब बिजनेस चाहे कोई भी हो उसकी ग्रोथ के लिए उसके एंप्लॉयज का प्रोडक्टिव होना जरूरी है और एंप्लॉयज की प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए उन्हें मोटिवेट करना जरूरी है मोटिवेशन ही है 

जो एंप्लॉयज को पूरे फोकस के साथ तेजी से टास्क कंप्लीट करने के लिए इनकरेज करता है जिससे एंप्लॉई और कंपनी दोनों साथ-साथ ग्रो कर पाते हैं इतना इंपॉर्टेंट होता है एंप्लॉई मोटिवेशन ये एंप्लॉई मोटिवेशन एक कंपनी की सक्सेस के मेन कंपोनेंट्स में से एक है एक मोटिवेटेड और सेटिस्फाइड एंप्लॉई का मतलब है बेहतर परफॉर्मेंस हाई क्वालिटी वर्क और कंपनी के साथ लॉन्ग टर्म रिलेशनशिप एक कंपनी या बिजनेस में वर्क करने वाले कई एंप्लॉयज रिवॉर्ड और रिकॉग्निशन से मोटिवेशन फील कर पाते हैं तो कुछ मनी मोटिवेटेड होते हैं तो ऐसे में दोनों ही तरह के एंप्लॉयज को प्रोडक्टिव परफॉर्मेंस देने के लिए इनकरेज करना जरूरी है और इसके लिए बेस्ट तरीके कौन से हो सकते हैं यह हम आज के इस  पोस्ट में आगे जानने वाले हैं इसलिए आप हमारे साथ बने रहिए  गवर्नमेंट सर्विस  पर और अब जानते हैं वो बेस्ट 11 तरीके जो एंप्लॉयज को प्रोडक्टिव वर्क करने के लिए इनकरेज और मोटिवेट कर सकते हैं 

नंबर एक पर है पॉजिटिव वर्क एनवायरमेंट होना चाहिए 

पॉजिटिविटी ना हर प्रॉब्लम का सलूशन है फिर चाहे वह प्रॉब्लम पर्सनल हो या प्रोफेशनल अगर इस बात को समझा जाए और ऑफिस का माहौल पॉजिटिव रखा जाए तो एंप्लॉयज अपने आप ही एक्साइटेड और मोटिवेटेड महसूस करते हैं और इसी फील के साथ बेहतर वर्क परफॉर्मेंस पॉसिबल हो सकती है इसलिए एंप्लॉयज को अपने तरीके से अपने स्केड्यूल को मैनेज करने और टास्क कंप्लीट करने की आजादी दी जानी चाहिए ऐसा करने से एंप्लॉयज खुश और कंफर्टेबल महसूस करते हैं और उनके लिए परफॉर्म करना बर्डन नहीं बल्कि मजा बन जाता है हर टास्क में अपने आइडियाज एंप्लॉयज पर फोर्स करने की बजाय अगर उन्हें अपनी क्रिएटिविटी दिखाने के मौके दिए जाएं तो वह एंपावर फील करने लगते हैं और खुद की ग्रोथ के साथ कंपनी की ग्रोथ के लिए भी एफर्ट लगाना चाहते हैं 

नंबर दो पर है हेल्दी वर्क लाइफ बैलेंस बनाया जाना चाहिए 

यह सच है कि कंपनी का फोकस अपनी ग्रोथ और प्रॉफिट्स पर ही होता है लेकिन किसी भी कंपनी को ग्रोथ तक ले जाने वाले तो उसके एंप्लॉयज ही होते हैं अगर उन्हें खुश रखा जाए तो कंपनी कम समय में तेजी से आगे बढ़ सकती है जो कंपनी और बिजनेसेस इस बात की इंपॉर्टेंस को समझते हैं वह हेल्दी वर्क लाइफ बैलेंस का ध्यान रखते हैं अपने एंप्लॉयज को कंफर्टेबल फील देने के लिए ऐसी कंपनीज शॉर्ट ब्रेक्स को इनकरेज करती हैं ताकि एंप्लॉई रिफ्रेश फील कर सके और सेटिस्फाई होकर परफॉर्म करें ऐसे बिजनेसेस एंप्लॉयज को फ्लेक्सिबल स्केड्यूल भी ऑफर करते हैं ताकि किसी इमरजेंसी की सिचुएशन में वह सिक्योर फील कर सके ऐसा होगा तो कंपनी में अपने रोल को लेकर के वह ज्यादा रिलायबल और लॉयल बनेंगे और कंपनी के लिए बेस्ट परफॉर्म करने की पूरी कोशिश करेंगे 

नंबर तीन पर है कंपनी का क्लियर विजन डिफाइन करना चाहिए 

हर कंपनी का एक विजन होता है जिसके लिए वह कंपनी काम करती है अगर यह क्लियर और पर्पसफुली के साथ शेयर किया जाता है तो उनके मोटिवेशन को बूस्ट किया जा सकता है इसलिए हर लीडर और बॉस को अपने कंपनी के विजन और मिशन को इस तरह सबके साथ शेयर करना चाहिए कि हर एक एंप्लॉई खुद को उस मिशन का एक पार्ट समझ पाए और उसे पूरा करने में अपना कंट्रीब्यूशन देने के लिए मोटिवेटेड बना रहे 

नंबर चार पर है ट्रस्ट बिल्ड करना चाहिए 

रिश्ता चाहे पर्सनल हो या प्रोफेशनल बात स्मॉल बिजनेस की हो या लार्ज कंपनी की ट्रस्ट का होना जरूरी है सीनियर्स या बॉस जब अपने एंप्लॉयज या टीम मेंबर्स पर ट्रस्ट दिखाते हैं तो वह अपना काम जिम्मेदारी के साथ पूरा करते हैं और ऐसा काम हमेशा बेहतर रिजल्ट ही देता है इसलिए टीम मेंबर्स को वर्कर्स और एंप्लॉयज पर ट्रस्ट रखना चाहिए और उन्हें अपना काम अपने तरीके से पूरा करने की आजादी देकर भी ऐसा किया जा सकता है 

नंबर पांच पर है टीम वर्क को एंकरेज किया जाना चाहिए 

एंप्लॉई मोटिवेशन को इंप्रूव करने का एक बहुत बेहतर तरीका है टीम वर्क टीम वर्क करने से हर एंप्लॉई को वैल्युएबल होने का फील मिलता है क्योंकि वह एक गोल को अचीव करने में अपना पार्टिसिपेशन देता है टीम वर्क में उसे अपने आइडिया शेयर करने का मौका मिलता है प्रॉब्लम सॉल्व करने का और साथ में मिलकर के प्लान तैयार करने की अपॉर्चुनिटी मिलती है जो उसकी एफिशिएंसी के साथ उसका कॉन्फिडेंस भी बढ़ाती है और वह ज्यादा से ज्यादा कंट्रीब्यूट करने के लिए तैयार होता है 

नंबर छह पर है हर एंप्लॉई के बारे में जानना चाहिए 

एंप्लॉई को हायर करके उसे काम सॉप देना ही काफी नहीं होता यह जानना भी जरूरी होता है कि कौन सा एंप्लॉई किस काम को बेहतर तरीके से कर सकता है वह किस तरह के चैलेंज को हैंडल कर सकता है उसकी स्ट्रेंथ क्या है और वीकनेसेस क्या हैं और यह सब जानने के लिए अपने हर एंप्लॉई या टीम मेंबर को को जानना जरूरी होता है इसके लिए उनसे वन टू वन डिस्कशन किए जा सकते हैं या गेम्स के जरिए भी थॉट्स एक्सचेंज किए जा सकते हैं ताकि उनके करियर गोल्स और पर्सनालिटी को अच्छे से समझा जा सके और उन्हें वह जिम्मेदारियां दी जा सके जो वह अच्छे से करते हैं 

नंबर सात पर है एंप्लॉयज को मैने जबल वर्क लोड ही दिया जाना चाहिए 

जिन कंपनीज में एंप्लॉई के कंफर्ट और फ्रीडम के बारे में नहीं सोचा जाता है उस कंपनी और बिजनेस की ग्रोथ की स्पीड बहुत ही स्लो होती है और उसके एंप्लॉयज लॉन्ग टर्म के लिए उसके साथ जुड़े रहना भी पसंद नहीं करते जिससे कंपनी को काफी लॉस उठाना पड़ता है क्योंकि जल्दी-जल्दी न्यू स्टाफ की हायरिंग काफी एक्सपेंसिव टास्क होता है वहीं ऐसी कंपनीज जो जानती है कि एक एंप्लॉई उनके बिजनेस का इंपॉर्टेंट एसेट है वो एंप्लॉयज को वर्कलोड के नीचे दबाने की बजाय उनकी कैपेसिटी को ध्यान में रखते हुए वर्क दिया करती है ऐसा करने से एंप्लॉयज बिना स्ट्रेस्ड हुए टाइम पर अपना काम पूरा कर लेते हैं और हर बार पहले से ज्यादा बेहतर काम करने के लिए एक्साइटेड रहते हैं तो ऐसी सिचुएशन में ही होता है क्वालिटी वर्क जो प्रोग्रेस के लिए और प्रॉफिट के लिए जरूरी है 

नंबर आठ पर है फीडबैक दिए जाने चाहिए 

इंसेंटिव जैसे रिवार्ड्स तो इफेक्टिव होते ही हैं लेकिन जल्दी-जल्दी मिलने वाले फीडबैक भी एंप्लॉयज को बखूबी इंस्पायर करते हैं एक एंप्लॉई की परफॉर्मेंस पर की गई प्रशंसा उसे आगे भी अच्छा काम करने के लिए इंस्पायर करती है और कंस्ट्रक्टिव क्रिटिसिजम भी उसे रिस्पेक्टेड फील कराता है और जहां एक एंप्लॉई को अपने काम के लिए रिस्पेक्ट मिलती हो तारीफ मिलती हो ऐसी जॉब में एंप्लॉई अपना बेस्ट देने से कभी नहीं चूकता और हर बार उसकी परफॉर्मेंस में सुधार होता ही जाता है जिसका फायदा उसके साथ-साथ कंपनी को भी होता है 

नंबर नो पर है ग्रेटी ूडल है 

फीडबैक की इंपॉर्टेंस वाकई में काफी ज्यादा होती है लेकिन इसके साथ-साथ ग्रेटी ूडल होता है क्योंकि कई बार एंप्लॉई या टीम मेंबर्स को सिर्फ ग्रेटी ूडल होती है वह चाहते हैं कि उनके हार्ड वर्क और डेडिकेशन के लिए उन्हें शुक्रिया कहा जाए और अगर ऐसा किया जाता है तो इससे उन्हें अप्रिशिएट तो फील होता ही है साथ ही एंपावर्ड और मोटिवेटेड भी महसूस होता है जिससे कि वह आगे इसी तरह हार्ड वर्क करने के लिए तैयार रहते हैं और एक कंपनी की सक्सेस तो यहीं पर तय हो जाती है जहां पर एंप्लॉयज खुशी से हार्ड वर्क करने को तैयार हो 

नंबर 10 पर है करियर 

डेवलपमेंट के लिए अपॉर्चुनिटी ऑफर की जा सकती हैं एंप्लॉई चाहे किसी भी कंपनी में किसी भी पोजीशन पर काम करता हो उसे लगातार हायर पोजीशन और ग्रोथ की एक्सपेक्टेशन रहती है अब ऐसे में अगर उसे लर्निंग के ऐसे ऑप्शंस प्रोवाइड कराए जाए तो उसे ग्रोथ दे सकते हैं तो इससे एंप्लॉई सेटिस्फैक्ट्रिली इंसेंटिव प्रोग्राम शुरू किया जा सकता है एंप्लॉई मोटिवेशन को इंप्रूव करने के लिए इंसेंटिव प्रोग्राम भी क्रिएट किए जा सकते हैं जिसमें एंप्लॉयज या टीम मेंबर्स को उनकी परफॉर्मेंस के बेस पर डायरेक्टली रिवॉर्ड दिया जा सके इस तरह के रिवॉर्ड एंप्लॉयज को और बेहतर परफॉर्म करने के लिए एंकरेज करते हैं और उनकी अच्छी परफॉर्मेंस कंपनी को प्रॉफिट की तरफ ले जाती है 

इस तरह इन 11 तरीकों को अपनाकर आजमाकर अपनी कंपनी या बिजनेस के हर एक एंप्लॉई को हैप्पी एंड सेटिस्फाई किया जा सकता है और यह तो सब जानते ही हैं कि ऐसा एंप्लॉई ही प्रोडक्टिव परफॉर्मेंस दे सकता है जिससे कंपनी तेजी से सक्सेसफुल हो सकती है इसलिए इन तरीकों को अपनाए पॉजिटिव एनवायरमेंट रखिए 

                                       हर एंप्लॉई को रिस्पेक्ट और वैल्यू दीजिए और सक्सेसफुल होते जाइए और अगर यह  पोस्ट एंप्लॉई मोटिवेशन को बूस्ट करने के बेस्ट तरीके आपके साथ शेयर कर पाया हो तो इसे लाइक करके शेयर करना बिल्कुल ना भूले साथ ही साथ कोई पर्सनल आपका एक्सपीरियंस है इस बारे में तो प्लीज हमारे साथ कमेंट सेक्शन में जरूर शेयर करें और बाकी कोई सवाल है जो आप जानना चाहते हैं जिसके बारे में  गवर्नमेंट सर्विस  पर  पोस्ट देखना चाहते हैं तो उस सवाल को लिख भेजिए और थोड़ा इंतजार कीजिए तो मिलेंगे जल्दी ही नई जानकारी नए  पोस्ट के साथ तब तक के लिए अगर आपने अभी तक हमारे वेबसाइट को सब्सक्राइब नहीं किया है तो सब्सक्राइब करके बेल आइकन को प्रेस कर दीजिए धन्यवाद

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