Exam में High Marks प्राप्त करने के लिए Tips

Exam में High Marks प्राप्त करने के लिए Tips | Top 13 Tips to Score High Marks in Exam

Exam में High Marks प्राप्त करने के लिए Tips –  क्या आप तैयार हैं हाई मार्क्स लाने के लिए, और उसके लिए इन स्टडी हैबिट्स को develop करने के लिए… आई नो, आप पूरी तरह तैयार हैं तो फिर देर किस बात की, हम हाई मार्क्स गेन करने की पूरी स्ट्रैटेजी ही बना लेते हैं यानी हर वो टिप एंड ट्रिक, हैबिट्स एंड बिहेवियर लर्न कर लेते हैं.. जो हमारी परफॉर्मेंस को हाई मार्क्स की तरफ ले जाता हो। 

Table of Contents

Exam में High Marks प्राप्त करने के लिए Tips

अगर आप एक स्टूडेंट हैं तो हाई मार्क्स गेन करने की ख्वाहिश को आप अच्छी तरह समझ सकते हैं क्योंकि एक स्टूडेंट के सारे एफर्ट्स ड्रीम्स और डिजायर्स सब इसी बात से रिलेट करते हैं कि एग्जाम में अच्छे मार्क्स इनफैक्ट हाई मार्क्स कैसे लाऊं कैसे पढ़ो कैसे तैयारी करूं कि इस बार मेरे अच्छे मार्क्स आए हाई मार्क्स आए आपकी भी शायद यही उलझन होगी जो हर एक स्टूडेंट की होती है 

क्योंकि हर कोई चाहता है कि उसे हाई मार्क्स मिले फिर चाहे एग्जाम स्कूल का हो या कॉलेज का एंट्रेंस एग्जाम हो या जॉब ओरिएंटेड एग्जाम सब इसी उधेड़बुन में लगे रहते हैं कि इस बार तो हाई मार्क्स आ ही जाए लेकिन क्या आपको पता है कि लास्ट मोमेंट में यह गोल अचीव नहीं किया जा सकता 

हाई मार्क्स गेन करने का क्या मतलब है?

हाई मार्क्स गेन करने का मतलब है एग्जाम की अच्छी तैयारी और अच्छी परफॉर्मेंस इसके लिए तो एक प्रॉपर रूटीन और स्केड्यूल की हैबिट होना जरूरी है जो आपको इस तरह तैयार कर दे कि एग्जाम में आपकी शानदार परफॉर्मेंस भी हो और आपको मिलने वाले मार्क्स आपकी एक्सपेक्टेशन से मैच भी करते हो तो बताइए आप तैयार हैं 

Best 13 Tips to Score High Marks in Exam

हाई मार्क्स लाने के लिए और उसके लिए इन स्टडी हैबिट्स को डेवलप करने के लिए आई नो आप पूरी तरह तैयार हैं तो फिर देर किस बात की govermnentservice.in  के आज के इस पोस्ट में हम हाई मार्क्स गेन करने की पूरी स्ट्रेटजी ही बना लेते हैं यानी हर वह टिप एंड ट्रिक हैबिट्स एंड बिहेवियर लर्न कर लेते हैं जो हमारी परफॉर्मेंस को हाई मार्क्स की तरफ ले जाता हो तो चलिए शुरू करते हैं 

टिप नंबर एक अपने स्टडी स्पेस को ऑर्गेनाइज कीजिए 

अगर आपको लगता है कि किसी भी कोने में बिखरे हुए सामानों और किताबों के बीच बैठकर स्टडी की जा सकती है तो आपको यह सोच बदलने की जरूरत है क्योंकि ऐसे स्पेस में आप स्टडी तो कर सकते हैं लेकिन हाई मार्क्स के लिए यह स्टडी काफी नहीं होगी वहीं अगर आप स्टडी के लिए एक ऑर्गेनाइज्ड स्पेस तैयार करेंगे तो यह स्पेस आपका माइंड भी ऑर्गेनाइज करेगा आपको फोकस देगा आप डीप स्टडी कर पाएंगे कंफर्टेबल सीट आपको डिस्ट्रक्ट होने से बचाएगी और पीसफुल एनवायरमेंट में आपका मन भी पढ़ाई में अच्छे से लगेगा और हां प्रॉपर लाइट और वेंटिलेशन भी आपको कंसंट्रेट करने और कंफर्टेबल महसूस करने में हेल्प करेंगे अब आप खुद ही डिसाइड कीजिए कि कौन सा स्टडी पैटर्न आपको बेहतर परफॉर्म करने के लिए तैयार कर सकता है बिखरा हुआ या ऑर्गेनाइज्ड 

टिप नंबर दो है सोशल मीडिया से ब्रेक लीजिए 

सुनने में तो यह बहुत ही टफ टास्क लग रहा होगा है ना लेकिन हाई मार्क स्किन करने हैं तो इतना तो करना बनता है एग्जाम से कुछ महीने पहले से ही आपको एक फोकस्ड और डिसिप्लिन रूटीन की जरूरत होगी जिसके लिए अपने आसपास मौजूद डिस्ट्रक्शंस को दूर करना जरूरी है और इन डिस्ट्रक्शंस में से एक बहुत बड़ा डिस्ट्रक्शन सोशल मीडिया है जिससे दूरी बना कर के ही अच्छी परफॉर्मेंस के नजदीक जाया जा सकता है यह बात जब आप खुद समझेंगे तभी अप्लाई कर पाएंगे इसलिए अपनी समझ लगाइए और या तो सोशल मीडिया टाइम को लिमिटेड कर दीजिए या पढ़ाई के टाइम पर अपने फोन को साइलेंट करके दूर रख दीजिए शुरुआत में आपको यह दूरी काफी मुश्किल लग सकती है लेकिन एक से दो दिन बाद आपके लिए यह बहुत ही रिलैक्सिंग और टाइम सेविंग एक्शन बन जाएगा आई थिंक आपको एक बार इसे ट्राई तो जरूर करना चाहिए आखिर बात परफॉर्मेंस और आपकी डिसिप्लिन की है 

टिप नंबर तीन है टाइम मैनेजमेंट करना ही है 

सुनने में यह बहुत ही हैवी टास्क जैसा साउंड कर सकता है लेकिन इसका मतलब बहुत आसान है टाइम मैनेजमेंट का मतलब व प्रोसेस है जिसके जरिए आप अपनी डिफरेंट एक्टिविटीज के बीच टाइम को डिवाइड करने की प्लानिंग करते हैं और फिर एक ऑर्गेनाइज्ड स्टडी स्पेस आपने तैयार कर लिया और सोशल मीडिया को भी थोड़ा दूर तो कर ही दिया इससे आपका रूटीन थोड़ा सिस्टमैटिक डिसिप्लिन बन चुका है और टाइम भी मैनेज होना शुरू हो गया है यानी अब आगे आपको टाइम की कमी महसूस नहीं होगी बस टाइम को सही तरह इस्तेमाल करने की जरूरत लगेगी तो इसके लिए तो टाइम टेबल बनाना बेहतर होगा अपने डेली रूटीन का चार्ट बनाकर डिफरेंट सब्जेक्ट्स की स्टडी टाइमिंग्स को एडजस्ट करना होगा जो आप आसानी से कर सकते हैं इस टाइम टेबल को बनाते समय एक बात का जरूर ध्यान रखें कि दो सब्जेक्ट सिस्ट स्टडी करने के बीच में एक छोटा सा ब्रेक जरूर रखें ताकि माइंड को आराम मिल सके और आप हर बार फ्रेश शुरुआत कर सके 

टिप नंबर चार अपने कांसेप्ट को क्लियर करते चलिए 

टाइम टेबल बनाकर प्रॉपर स्टडी प्लान के साथ जब आप स्टडी करने बैठे तो हर एक कांसेप्ट को इस तरह पढ़े कि वो आपको समझ में आए हर सब्जेक्ट के कोर कांसेप्ट और फंडामेंटल्स आपको क्लियर हो जिन सब्जेक्ट्स में आपको प्रॉब्लम आ रही हो उन्हें रट लेने की बजाय अपने दोस्तों या टीचर से डिस्कस करें अपने डाउट्स को क्लियर करते रहिए ताकि एग्जाम टाइम पर आपको किसी भी कांसेप्ट को एक्स्ट्रा टाइम देने की जरूरत ना पड़े और आप एग्जाम के स्ट्रेस से बचे रह वैसे आप स्टोरी टेलिंग जैसी टेक्निक्स की हेल्प लेकर के भी कांसेप्ट को समझ सकते हैं और किसी दूसरे को वह कांसेप्ट पढ़ा करके भी उसके मास्टर बन सकते हैं स्टडी कीय टेक्निक हमेशा ही इफेक्टिव रहती है आप इसे ग्रुप स्टडी के दौरान आजमा सकते हैं जब आपका हर एक दोस्त वो टॉपिक या कांसेप्ट बाकी दोस्तों को पढ़ाए जो उसे अच्छी तरह आता है और बाकी दोस्तों को जिसमें प्रॉब्लम आ रही है एक टीचर की तरह पढ़ाने से आप अपने खुद के कांसेप्ट को और ज्यादा स्ट्रांग बना पाएंगे और अपने दोस्तों के डाउट्स को भी क्लियर करके उनकी भी मदद कर देंगे 

टिप नंबर पांच है प्रॉपर स्टडी नोट्स बनाएं 

एग्जाम टाइम पर अगर आप काम रहना चाहते हैं और क्विक रिवीजन भी करना चाहते हैं तो आपके पास प्रॉपर स्टडी नोट्स होने चाहिए जिन्हें आप अपने रेगुलर स्टडी रूटीन के दौरान आसानी से बना सकते हैं चैप्टर को रीड करने के बाद इंपॉर्टेंट पॉइंट्स और समरी को आप नोट कर सकते हैं और क्विक नोट्स भी बना सकते हैं जो लास्ट मोमेंट आपके मददगार बनेंगे रिवीजन को ज्यादा इफेक्टिव बनाने के लिए आप फ्लो चार्ट्स और डायग्राम्स के जरिए टॉपिक को एक्सप्लेन कर सकते हैं जिसे एग्जाम टाइम पर रिवाइज करके आपको तुरंत से पूरा कांसेप्ट याद आ जाए और एग्जाम टाइम पर आपकी वह मेहनत रंग ला सके जिसे आपने पूरे साल स्टडी में लगाया है 

टिप नंबर छह है सैंपल पेपर्स और मॉक टेस्ट की प्रैक्टिस करें 

सही स्टडी रूटीन बनाकर स्टडी करना आपने शुरू कर दिया और नोट्स भी बना लिए तो अब बारी आती है अपनी नॉलेज को टेस्ट करने की जिसके लिए बेस्ट तरीका सैंपल पेपर्स और मॉक टेस्ट की प्रैक्टिस करना होगा इन पेपर्स और टेस्ट को सॉल्व करने से आपको अपनी तैयारी का पता चलेगा कांसेप्ट आपको क्लियर हुए हैं या अभी भी कुछ कमी बाकी है यह आप एग्जाम से पहले ही जान लेंगे और फिर इनकी प्रैक्टिस करने से आप एग्जाम पैटर्न को भी आसानी से समझ पाएंगे और सिलेबस भी कवर होता जाएगा इसलिए पहले अपना कोर्स कंप्लीट करें और फिर हर दिन एक सैंपल पेपर को लिमिटेड टाइम लिमिट में क्लियर करने की प्रैक्टिस शुरू कर दीजिए ऐसा करने से आप टाइम मैनेजमेंट को भी एग्जाम पॉइंट ऑफ व्यू से समझ पाएंगे और कौन से सेक्शंस में ज्यादा टाइम लगाना है और किन्हें कम टाइम की जरूरत होगी यह भी आसानी से मैनेज कर पाएंगे 

टिप नंबर सात है अपने वीक पॉइंट्स को आइडेंटिफिकेशन 

वीक पॉइंट्स कौन से हैं सैंपल पेपर्स और मॉक टेस्ट सॉल्व करते समय भी आपको इस बात का पता चलता है कि किन टॉपिक्स के क्वेश्चन सॉल्व करने में आपको प्रॉब्लम आ रही है तो ऐसे पॉइंट्स को हाईलाइट कीजिए और उनकी लर्निंग और प्रैक्टिस के लिए अपने स्टडी प्लान में ज्यादा टाइम रखिए ताकि एग्जाम से पहले आप इन वीक पॉइंट्स को क्लियर कर सके और एग्जाम टाइम पर टेंशन से बच सके ऐसे वीक पॉइंट्स को इग्नोर तो बिल्कुल भी ना करें क्योंकि आपके एग्जाम परफॉर्मेंस को खराब कर सकते हैं इसलिए अपने दोस्तों से या टीचर्स से मदद लीजिए और वीक पॉइंट से घबराना छोड़ दीजिए 

टिप नंबर आठ है स्कोरिंग सेक्शंस को भी आइडेंटिफिकेशन का पता लगाने के लिए भी थोड़ा टाइम जरूर निकालें 

ऐसा करके आप हाई मार्क्स गेन करने की अपनी डिजायर को बहुत हद तक पूरा कर सकते हैं क्योंकि हर एक सब्जेक्ट में ऐसे कुछ सेक्शंस आपको जरूर मिल जाएंगे जो हाई स्कोर गेन करते हैं आपको इन सेक्शंस पर खास ध्यान देना है इनमें अपनी परफॉर्मेंस को इंप्रूव करना है इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि आप सिर्फ इन्हीं सेक्शंस पर ध्यान दें क्योंकि आपको पूरा सिलेबस ही कवर करना है हां लेकिन इन हाई स्कोरिंग सेक्शंस पर कमांड बना कर के आप आसानी से अच्छा स्कोर कर सकते हैं बस इस बात को याद रखते हुए प्रिपेयर करना है 

टिप नंबर नौ है खुद को चैलेंज कीजिए 

कंपटीशन को फेस करते हुए तो आप बहुत से चैलेंजेबल क्यों नहीं करते खुद की ग्रोथ को तेज करने के लिए लर्निंग को फास्ट करने के लिए आप खुद की स्टैमिना को भी तो चैलेंज कर सकते हैं अगर एग्जाम में हाई स्कोर करना है तो खुद की ऑर्डिनरी परफॉर्मेंस से ऊपर उठकर परफॉर्म करने के लिए चैलेंज करिए खुद को अपने लिए डेली वीकली और मंथली टारगेट्स को सेट करें और उन्हें चेज कीजिए अपने स्टडी टाइम में थोड़ा और टाइम जोड़ दीजिए आप जितना नॉर्मली कर सकते हैं उससे थोड़ा सादा करने की कोशिश करें खुद को चैलेंज करने का यह तरीका आपका स्टैमिना कैपेसिटी स्ट्रेंथ और मार्क्स सबको बढ़ा सकता है आप चाहे तो आजमा कर देख सकते हैं अब आगे है 

टिप नंबर 10 कंसिस्टेंट बने रहिए 

आपने डेली रूटीन को स्टडी प्लान के अकॉर्डिंग एडजस्ट कर लिया स्टडी स्टार्ट भी कर दी और नोट्स बनाना भी अब आपकी हैबिट बनता जा रहा है यह बहुत अच्छी बात है लेकिन अगर आप ऐसा रोज नहीं कर रहे हैं और अक्सर स्टडी प्लान को ब्रेक कर रहे हैं तो आप हाई मार्क्स गेन करने के अपने टारगेट को अचीव नहीं कर पाएंगे क्योंकि कुछ भी बेहतर अचीव करने के लिए कंसिस्ट रहना बेहद जरूरी है यानी डिसिप्लिन के साथ डेली स्टडी करना प्लान के अकॉर्डिंग तैयारी और प्रैक्टिस करना जरूरी है रिवीजन की कंसिस्टेंसी भी जरूरी है इसलिए सिर्फ इन तरीकों को अपना लेने से ही काम नहीं बन जाएगा बल्कि आपको कंसिस्टेंट एफर्ट्स करने होंगे लगातार हर दिन अपना 100% देना होगा तभी आप हाई स्कोरर बन पाएंगे 

टिप नंबर 11 है ओवर कॉन्फिडेंट होने से बचिए 

कॉन्फिडेंस और ओवर कॉन्फिडेंस में बहुत मामूली सा फर्क होता है जो कई बार नजर भी नहीं आता कॉन्फिडेंस जहां क्रिएटिव होता है वहीं ओवरकॉन्फिडेंस डिस्ट्रक्टिव होता है इसलिए आपको इससे बचना होगा अब हो सकता है कि आप इन सारे तरीकों को टिप्स एंड ट्रिक्स को फॉलो कर रहे हो और आपकी तैयारी भी बढ़िया चल रही हो जिसके चलते आप ओवर कॉन्फिडेंट हो जाएं और रिवीजन करना छोड़ दे प्रैक्टिस करना छोड़ दे दोस्तों की प्रॉब्लम्स को सॉल्व करवाना भी इग्नोर करने लगे और कुछ टाइम के बाद कंसिस्टेंसी को भी ब्रेक कर दे अब सुनने में तो अजीब लग सकता है लेकिन ओवर कॉन्फिडेंस में ऐसा बिहेव आप कर सकते हैं जो आपके लिए काफी हार्मफुल हो सकता है इसलिए अपने आप में कॉन्फिडेंट जरूर रहे लेकिन ओवर कॉन्फिडेंस को अपने आसपास फटकने भी मत दीजिए 

टिप नंबर 12 है पॉजिटिव एटीट्यूड बनाए रखिए 

एग्जाम का प्रेशर स्टूडेंट इतना ज्यादा ले लेते हैं कि उनका बिहेवियर थोड़ा अजीब होने लगता है एग्जाम नजदीक आने के साथ वह चिड़चिड़ा ज्यादा करने लगते हैं खाना छोड़ देते हैं और उनकी नींद की तो बात ही मत कीजिए एग्जाम को लेकर के बुरे ख्याल आने लगते हैं और नेगेटिविटी काफी ज्यादा हावी हो जाती है तो ऐसे में स्टडी रिवीजन एग्जाम परफॉर्मेंस और ओवरऑल हेल्थ सब कुछ अफेक्ट होता है और हाई स्कोर लाने के लिए पूरे साल जो आपने मेहनत की होती है वह भी वेस्ट हो सकती है तो ऐसे में इन सबसे बचना जरूरी है जिसके लिए पॉजिटिव अप्रोच की जरूरत होगी आपका पॉजिटिव एटीट्यूड ही आपको रिलैक्स बनाए रखेगा आपका अपनी मेहनत पर यकीन बनाए रखेगा आपकी स्टडी और रिवीजन को कंसिस्टेंट बनाएगा और एग्जाम के दौरान आपके कॉन्फिडेंस को भी न रखेगा इसलिए एग्जाम की तैयारी जितनी जरूरी है उतना ही पॉजिटिव एटीट्यूड भी इसलिए अभी से अपनी सोच को पॉजिटिव बनाइए अच्छा सोचिए और आगे बढ़ी वैसे हम भी आगे बढ़ते हैं 

टिप नंबर 13 की ओर जो कहती है अपनी हेल्थ का ध्यान रखें 

अक्सर इस एक पॉइंट को स्टूडेंट्स हमेशा इग्नोर कर देते हैं यह सोच करके कि इस एग्जाम में हाई स्कोर कैसे हो सकता है लेकिन शायद वह यह समझ ही नहीं पाते कि बिना अच्छी हेल्थ के व पढ़ाई कैसे कर सकते हैं बिना अच्छी नींद लिए वह ए एम में परफॉर्म कैसे कर सकते हैं बिना हेल्दी खाए वह लॉन्ग आवर्स तक फोकस कैसे बनाए रख सकते हैं और बिना एक्सरसाइज और मेडिटेशन किए वो एग्जाम स्ट्रेस और एंजाइटी को मैनेज कैसे कर सकते हैं 

लेकिन अब तो आप समझ ही गए हैं कि एग्जाम में हाई स्कोर करना हो या जिंदगी में सक्सेसफुल होते जाना हो ओवरऑल हेल्थ का अच्छा होना सबसे जरूरी है ताकि आप अच्छे से तैयारी कर सके परफॉर्म कर सके अचीव कर सके और उस सक्सेस को हैंडल भी कर सके इसलिए अपनी सेहत का पूरा पूरा ख्याल रखिए तन का भी और मन का भी ताकि एग्जाम चाहे स्कूल कॉलेज का हो या लाइफ का आपके शानदार हाई स्कोर्स ही आए और अब तो आप उन सारे तरीकों को जान चुके हो जो एग्जाम में हाई स्कोर के लिए जरूरी भी हैं 

इफेक्टिव भी और आपने यह भी समझ लिया है कि कोई भी तरीका ऐसा नहीं हो सकता जो चुटकी बजाते ही एग्जाम में हाई स्कोर दिला दे यह आपका हार्ड वर्क ऑर्गेनाइज्ड स्टडी रूटीन स्ट्रेटेजी स्टडी टेक्निक्स पॉजिटिव अप्रोच और अच्छी हेल्थ ही है जो आपको ऐसे से मुकाम तक पहुंचा सकते हैं जहां पहुंचने के लिए आप कड़ी मेहनत करते हैं इसलिए मेहनत से मत घबराइए और सही ट्रैक पर चलते जाइए अपने स्टैमिना को चैलेंज करते हुए और फिर देखिए जीत आप ही की होगी यह जानकारी य पोस्ट कैसा लगा कमेंट सेक्शन में जरूर बताइएगा और पर्सनली आपका कोई एक्सपीरियंस है तो प्लीज हमारे साथ जरूर शेयर करें 

ताकि सबको गाइडेंस मिले इसके अलावा आपका कोई सवाल है जिसके बारे में आप जानना चाहते हैं उसे लिख भेजिए और  इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top
फोल्डेबल फोन के फायदे: 10 गुप्त और चौंकाने वाले तथ्य सिर्फ डाइट पर खाने के तरीके: आपके जीवन को बदल सकते हैं UPI Payments का राज: बदलेगा आपका डिजिटल लाइफस्टाइल फिटनेस ऐप्स की रैंकिंग Fitness Apps Ranked पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कैसे करें