पीएम सूर्य घर योजना 2024 ;- इस पोस्ट में, मैंने पीएम सोलर रूफटॉप योजना के तहत अपने घर पर 3 किलोवाट के दो सोलर प्लांट्स लगवाने का अनुभव साझा किया है। इसमें सोलर पैनल्स की लागत, सब्सिडी की जानकारी, और नेट मीटरिंग की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया गया है। मैंने 1.80 लाख रुपये की लागत से सोलर प्लांट इंस्टॉल कराया, जिसमें सब कुछ शामिल है। सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट से कुल ₹1 लाख की सब्सिडी मिलती है। मैंने Animo Half-Cut Bifacial पैनल्स और K Solar का इन्वर्टर उपयोग किया है। यह पोस्ट सोलर प्लांट्स की वर्किंग, इंस्टॉलेशन और लाभों को समझाता है
पीएम सूर्य घर योजना 2024 | PM Surya Ghar Yojana 2024
फाइनली, मैंने अपने घर पर PM सोलर रूफटॉप योजना की मदद से 3-3 किलोवाट के दो सोलर प्लांट्स लगवा लिए हैं। एक मेरे पापा ने लगवाया है और दूसरा मेरे चाचा ने। इस पोस्ट में मैं आपको हर चीज़ विस्तार से समझाऊंगा कि आप भी इस योजना का लाभ कैसे उठा सकते हैं, इसमें मिलने वाली सब्सिडी कैसे काम करती है, मैंने कौन से सोलर पैनल्स का उपयोग किया है, और एक सोलर प्लांट लगाने में कुल कितनी लागत आई है। इसके अलावा, मैं आपको ये भी बताऊंगा कि ये सोलर प्लांट्स कितनी यूनिट्स बिजली जनरेट करते हैं और इससे आपके बिजली बिल में कितनी कटौती हो सकती है।
अब सबसे पहले बात करते हैं लागत की। 1 तीन किलोवाट के सोलर प्लांट को लगाने में मेरे कुल ₹1,80,000 खर्च हुए हैं। इस कीमत में सब कुछ शामिल है – स्ट्रक्चर, सोलर पैनल्स, इन्वर्टर, कॉपर वायर, एसीडीसी बॉक्स, अर्थिंग और सिविल वर्क। नेट मीटरिंग का चार्ज अलग से देना पड़ता है, जो आपके बिजली प्रदाता पर निर्भर करता है। मेरे यहां टोरेंट पावर की बिजली आती है, और मुझे नेट मीटरिंग की लागत ₹20,000 पड़ी।
सब्सिडी प्राप्त करने की प्रक्रिया क्या है और यह कितने समय में मिल जाती है?
अब बात करें सब्सिडी की, तो अगर आप 3 किलोवाट तक का सोलर कनेक्शन लगवाते हैं, तो आपको सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट दोनों से सब्सिडी मिलेगी। उदाहरण के लिए, 3 किलोवाट के लिए आपको सेंट्रल गवर्नमेंट से ₹60,000 और स्टेट गवर्नमेंट से ₹40,000 मिलेंगे, जिससे कुल सब्सिडी ₹1,00,000 हो जाती है। अगर आप 3 किलोवाट से बड़ा सोलर प्लांट लगवाते हैं, तो सब्सिडी की राशि थोड़ी बदल जाएगी।
मेरे मामले में, 3 किलोवाट का सोलर प्लांट लगाने के बाद सब्सिडी के बाद कुल खर्चा ₹72,000 पड़ा, जो दीर्घकालिक रूप से एक बेहतरीन डील साबित हो रहा है।
अब बात करें सोलर कनेक्शन के टाइप्स की। तीन प्रकार के कनेक्शन होते हैं:
1. ऑफ ग्रिड – इसमें आप जो बिजली जनरेट करेंगे, उसे बैटरी में स्टोर कर सकते हैं और सीधे उपयोग कर सकते हैं।
2. ऑन ग्रिड – इसमें बिजली नेट मीटरिंग के ज़रिए सीधे ग्रिड में चली जाती है और आप ग्रिड से ही सप्लाई लेते हैं।
3. हाइब्रिड – यह दोनों तरीकों से काम करता है; आप बिजली स्टोर भी कर सकते हैं और ग्रिड में भेज भी सकते हैं।
मेरे घर पर ऑन ग्रिड कनेक्शन लगा है, और मैं इसे अच्छे से समझाऊंगा कि यह कैसे काम करता है।
अब बात करते हैं सोलर पैनल्स और अन्य उपकरणों की। मैंने Animo Half-Cut Bifacial 540 वॉट के सोलर पैनल्स का उपयोग किया है, जो दोनों तरफ से बिजली जनरेट करते हैं। 3 किलोवाट के प्लांट में मैंने 6 पैनल्स लगाए हैं, जो कुल 3240 वॉट की बिजली जनरेट करते हैं। पैनल्स को मजबूत GI स्ट्रक्चर पर लगाया गया है, जिससे उनकी स्थायित्व काफी बढ़ जाती है।
इन्वर्टर के लिए मैंने K Solar का इन्वर्टर चुना है, क्योंकि इसने बिजली जनरेशन में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया था। इसके अलावा, यह वाई-फाई इनेबल्ड है, जिससे मैं अपने मोबाइल पर आसानी से बिजली जनरेशन ट्रैक कर सकता हूं।
सोलर प्लांट्स के कितने प्रकार होते हैं और उनका कार्य कैसे भिन्न होता है?
सोलर सेटअप का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है अर्थिंग । इसमें तीन प्रकार की अर्थिंग जरूरी है – L अर्थिंग (थंडरस्टॉर्म सुरक्षा के लिए), स्ट्रक्चर अर्थिंग (लीक करंट के लिए), और इन्वर्टर अर्थिंग। हमने तीन 8 फीट गहरे होल में अर्थिंग रॉड्स लगाई हैं, जो इसे सुरक्षित बनाती हैं।
नेट मीटरिंग कैसे काम करती है और इससे बिजली बिल कैसे कम होता है?
इसके बाद, नेट मीटरिंग के लिए अप्लाई करना होता है, जहां आपके बिजली प्रदाता द्वारा आपकी सेटअप की जांच की जाती है। अगर सब कुछ सही पाया जाता है, तो वे नेट मीटरिंग को मंजूरी देते हैं और आपको नया मीटर लगा दिया जाता है। नेट मीटरिंग यह सुनिश्चित करती है कि आप जितनी बिजली जनरेट कर रहे हैं और जितनी उपयोग कर रहे हैं, उसका हिसाब रखा जाए।
उदाहरण के लिए, अगर आपने पूरे महीने में 100 यूनिट्स बिजली जनरेट की और 100 यूनिट्स बिजली ग्रिड से ली, तो आपका बिल शून्य आएगा।
मेरे 3 किलोवाट के प्लांट ने मानसून के दौरान अब तक 151 यूनिट्स बिजली जनरेट की है, और गर्मियों में इसका प्रदर्शन और भी बेहतर होगा। मैं आपको नियमित अपडेट देता रहूंगा कि यह सोलर प्लांट कितना अच्छा काम कर रहा है।
अगर आप भी सोलर प्लांट लगवाना चाहते हैं, तो मैंने अपने वेंडर का नंबर डिस्क्रिप्शन में दिया है। वे आपकी सब्सिडी और इंस्टॉलेशन का सारा काम संभाल लेंगे।
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